UP: कोरोना से तबाह हुआ मेरठ का हसता खेलता परिवार, कुछ ही घंटे के अंतराल में 24 वर्षीय जुड़वां भाइयों ने तोड़ा दम, पसरा मातम
13 मई को मेरठ के सेंट थॉमस स्कूल के दोनों शिक्षकों, ग्रेगरी रेमंड राफेल और पत्नी सोजा को एक कॉल आया, जिसमें कहा गया था कि उनके 24 वर्षीय बेटे जोफ्रेड वर्गीज ग्रेगरी का कोविड के कारण निधन हो गया है. जोफ्रेड का जुड़वां भाई राल्फ्रेड उसी अस्पताल में था जो जिंदगी और मौत से जंग लड़ रहा था.
13 मई को मेरठ के सेंट थॉमस स्कूल के दोनों शिक्षकों, ग्रेगरी रेमंड राफेल (Gregory Raymond Raphael) और पत्नी सोजा (Soja) को एक कॉल आया, जिसमें कहा गया था कि उनके 24 वर्षीय बेटे जोफ्रेड वर्गीज ग्रेगरी (Joefred Varghese Gregory) का कोविड के कारण निधन हो गया है. जोफ्रेड का जुड़वां भाई राल्फ्रेड (Ralphred ) उसी अस्पताल में था जो जिंदगी और मौत से जंग लड़ रहा था. माता पिता ने जब उससे बात की, तो राल्फेड ने तुरंत महसूस किया कि कुछ गलत हुआ है. उसने मां से कहा,'माँ, तुम कुछ छुपा रही हो. कुछ हुआ है और आप मुझे नहीं बता रहे हैं, 'अगले दिन, राल्फेड ने भी कोविड के आगे दम तोड़ दिया. यह भी पढ़ें: Tamil Nadu: मदुरई में 8 महीने की गर्भवती डॉक्टर की कोरोना से मौत
तीन मिनट के अंतराल पर पैदा हुए, दोनों भाई- मेहनती, परिवार के प्रति समर्पित दोनों की कुछ ही घंटों के अंतराल में मौत हो गई. "हमारा परिवार टूट गया है. कोविड ने मेरे बेटों को छीन लिया, जिन्होंने अपने पूरे जीवन में कभी किसी को नुकसान नहीं पहुंचाया, ”बच्चों के पिता राफेल ने कहा. उनका एक और बेटा है जो सबसे बड़ा है. 90 के दशक की शुरुआत में शादी के बाद राफेल, सोजा के साथ केरल से मेरठ आकर बस गए. उनका कहना है कि जुड़वा बच्चों को 23 अप्रैल को बुखार हुआ, जो कई दिनों तक चला. "उन्होंने दवा ली लेकिन उनकी हालत और बिगड़ गई." 1 मई के आसपास दोनों का ऑक्सीजन लेवल कम होने के बाद आनंद अस्पताल में भर्ती कराया गया था और अंततः उन्हें आईसीयू में वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया था. यह भी पढ़ें: पद्मश्री डॉ केके अग्रवाल का कोरोना से निधन, एक हफ्ते से वेंटीलेटर पर थे
10 मई को दोनों कोविड नेगेटिव होने के बाद माता पिता में उम्मीद जागी थी. लेकिन "तीन दिन बाद, हमारी दुनिया दुर्घटनाग्रस्त हो गई, जब जोफ्रेड की मृत्यु हो गई. मुझे पता था कि जोफ्रेड की मौत को राल्फ्रेड बर्दाश्त नहीं कर पाएगा. कोंकी दोनों जुड़वा थे और इनसेपरेबल थे. यहां तक कि दोनों ने कोयंबटूर के करुण्या विश्वविद्यालय से एक साथ बीटेक किया और अपने अंतिम वर्ष में प्लेसमेंट हासिल किया. जोफ्रेड जहां एक्सेंचर प्राइवेट लिमिटेड में काम करता था, वहीं राल्फ्रेड हुंडई मुबिस कंपनी में था. कोविड के कारण जोफ्रेड कुछ समय से मेरठ में थे और घर से काम कर रहे थे. जबकि राल्फरेड हाथ मं लगी चोट के कारण अपने हैदराबाद से छुट्टी पर आए थे.