गोरखपुर में जनवरी से फिर से प्राणि उद्यान (चिड़ियाघर) को फिर से खोला जाएगा, जोकि राज्य का तीसरा चिड़ियाघर है. राज्य के वन और पर्यावरण मंत्री दारा सिंह (Dara Singh) ने पत्रकारों से कहा, "चिड़ियाघर अगले साल के शुरू में खुलने वाला है, जो इस क्षेत्र में इको-टूरिज्म को बढ़ावा देगा." उन्होंने कहा कि योगी सरकार के पास वनवासियों की आय बढ़ाने के लिए इस क्षेत्र में ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए एक स्पष्ट दृष्टिकोण है.
सिंह ने कहा, "जहां रामगढ़ ताल को पुनर्जीवित और संरक्षित करने के लिए काफी प्रयास किया गया है, राज्य सरकार ने पड़ोसी जिलों में साइटों पर ऊर्जा और संसाधनों का निवेश भी किया है. बखिरा ताल संत कबीर नगर, महाराजगंज में सोहगीबरवा, सोनभद्र के झरने कुछ उदाहरण हैं." उन्होंने कहा कि राज्य सरकार महाराजगंज में एक बाघ बचाव केंद्र और गिद्ध संरक्षण केंद्र भी स्थापित कर रही है. यह भी पढ़े: Weather Updates: उत्तर प्रदेश में घने कोहरे के कारण देरी से चल रही हैं ट्रेनें, शीतलहर से बढ़ी ठंड
सिंह ने आगे कहा, "हमारे प्रयासों ने विकल्पों का एक नया स्पेक्ट्रम तैयार किया है, जिनका उपयोग इको-टूरिज्म और ग्रामीण-पर्यटन जैसे व्यापक प्रमुखों के तहत किया जा सकता है. सरकार ने ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा देने और वनवासियों की आय बढ़ाने के लिए वन क्षेत्रों में एक निवास-गृह योजना भी शुरू की है."
मंत्री ने कहा कि राज्य में इको-टूरिज्म स्थलों पर इस क्षेत्र में पर्यटकों की संख्या 20 गुना बढ़ गई है। अगले साल फिर से पौधरोपण में एक नया रिकॉर्ड बनाया जाएगा. इस साल राज्य सरकार ने एक दिन में 25 करोड़ पौधे लगाकर रिकॉर्ड अपने नाम दर्ज कराया था.