लखनऊ: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के चित्रकूट (Chitrakoot) जिले में नकली शराब के सेवन से चार व्यक्तियों की मौत हो गई और तीन गंभीर रूप से बीमार हो गए हैं. घटना के बाद ढिलाई बरतने के आरोप में एक सब-इंस्पेक्टर और एक कांस्टेबल को निलंबित कर दिया गया है. इस बीच, राजापुर के स्टेशन हाउस अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी गई. पीड़ितों ने शनिवार रात को देशी शराब का सेवन किया था, जिसके बाद से वे बीमार पड़ने लगे थे. मिलावटी शराब पीने से दो मजदूरों की मौत मामले में गाजीपुर थानाध्यक्ष भी निलंबित
आबकारी विभाग ने भी रविवार रात जिला आबकारी अधिकारी सहित चार अन्य अधिकारियों को निलंबित कर दिया है. आबकारी विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव संजय भूसरेड्डी ने कहा, "चित्रकूट के जिला आबकारी अधिकारी चतर सेन, आबकारी निरीक्षक अशरफ अली सिद्दीकी, आबकारी विभाग के हेड कॉन्स्टेबल सुशील कुमार पांडेय और आबकारी विभाग के कॉन्स्टेबल संदीप कुमार मिश्रा को घटना के संबंध में ढिलाई बरतने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है."
Chitrakoot: Four persons died allegedly after consuming spurious liquor at a village in Rajapur area.
"The outlet manager who sold the liquor to them has been taken into custody. Beat sub inspector & constable have been suspended," says IG K Satyanarayan. pic.twitter.com/GYSLBEj5HZ
— ANI UP (@ANINewsUP) March 21, 2021
चित्रकूट धाम (रेंज) के पुलिस महानिरीक्षक के सत्यनारायण ने कहा, "शराब पीने के बाद खोपा गांव के एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि एक अन्य की मौत इलाज के दौरान एक निजी अस्पताल में हुई." उन्होंने आगे कहा, गंभीर हालत में चार लोगों को इलाज के लिए इलाहाबाद रेफर किया गया था. उनमें से दो की रास्ते में ही मौत हो गई. यानि कि अब तक कुल चार लोगों की मौत हो चुकी है.
इलाहाबाद में फिलहाल दो लोगों का इलाज चल रहा है और इसी के साथ एक पूर्व ग्राम प्रधान भी अस्पताल में भर्ती है. उन्होंने आगे कहा, "गांव में शराब बिक्री के लिए कोई दुकान नहीं है. इसे लगभग 15 किलोमीटर दूर स्थित एक दुकान से मंगाया गया था. शराब बेचने वाले को भी गिरफ्तार कर लिया गया है."