UP Elections 2022: मतगणना के दौरान संभावित गड़बड़ी को रोकने के लिए ईवीएम पर नजर रखेंगे सपा, बसपा और रालोद के कार्यकर्ता
सांकेतिक तस्वीर (Photo Credit : Twitter)

लखनऊ: समाजवादी पार्टी (SP) और बहुजन समाज पार्टी (BSP) ने अपने पार्टी कार्यकर्ताओं से स्ट्रांग रूम में निगरानी रखने को कहा है, जहां ईवीएम (EVM) रखी गई हैं. कार्यकर्ताओं से कहा गया है कि खास तौर पर यह भी सुनिश्चित किया जाए कि 10 मार्च को मतगणना के दौरान कोई छेड़छाड़ न हो. इस संबंध में समाजवादी पार्टी के सांसद प्रो रामगोपाल यादव (Ramgopal Yadav) ने पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) को पत्र लिखा है और सभी उम्मीदवारों को भी इसकी कॉपी भेजकर कहा है कि वे यह सुनिश्चित करें कि उनके प्रतिनिधि सभी मतगणना टेबल पर मौजूद रहें, ताकि किसी भी प्रकार का संभावित अनुचित व्यवहार न हो सके. UP Elections 2022: यूपी में दोपहर 1 बजे तक 35.51 फीसदी हुआ मतदान, वाराणसी में वोटिंग की धीमी रफ्तार

उन्होंने आगे कहा कि मतगणना के दौरान डाक मतपत्रों पर नजर रखी जानी चाहिए.

बसपा ने मतगणना से पहले इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों की निगरानी के लिए एक प्रणाली भी स्थापित की है, जिसमें दावा किया गया है कि वे प्रतिद्वंद्वियों पर भरोसा नहीं करते, क्योंकि वे उनके साथ छेड़छाड़ कर सकते हैं.

पार्टी के एक पदाधिकारी ने कहा, "सभी उम्मीदवारों और सेक्टर प्रभारियों से कहा गया है कि वे स्ट्रांग रूम के बाहर निगरानी रखें जहां ईवीएम रखी गई हैं और उन्हें अपने क्षेत्रों से एक निश्चित अंतराल पर पार्टी कार्यालय में फुटेज भेजने की आवश्यकता होगी."

निष्पक्ष मतगणना सुनिश्चित करने और 'अनियमितताओं' की किसी भी संभावना को विफल करने के लिए पश्चिमी यूपी में 10 मार्च को सपा-रालोद गठबंधन के हजारों समर्थक मतगणना केंद्रों के आसपास मौजूद रहेंगे.

रालोद नेताओं ने सभी उम्मीदवारों को अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों से कम से कम 1,000 समर्थकों की व्यवस्था करने का निर्देश दिया है जो मतगणना के दिन मतगणना केंद्रों के आसपास रहेंगे ताकि मतगणना के लिए अधिकारियों पर दबाव बनाया जा सके.

मेरठ में जिला प्रशासन ने 10 मार्च को मतगणना शुरू होने तक एक उम्मीदवार के तीन प्रतिनिधियों को मतगणना केंद्रों पर रहने की अनुमति दी है. मेरठ में समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष राजपाल सिंह ने कहा कि गठबंधन के प्रत्येक उम्मीदवार के तीन प्रतिनिधि मेरठ के दो मतगणना केंद्रों पर दिन-रात रुके हुए हैं, ताकि संग्रहीत ईवीएम पर नजर रखी जा सके.

सिंह ने आगे कहा, "हम वोटों की गिनती को लेकर जोखिम नहीं उठा सकते हैं. खासकर यह देखने के बाद कि सत्ताधारी पार्टी के नेताओं और समर्थकों ने भाजपा के पक्ष में मतदान करने के लिए पंचायत के निर्वाचित सदस्यों पर दबाव डाला और अधिकारियों ने भी उनकी मदद की."

रालोद के राष्ट्रीय सचिव कुलदेरे उज्ज्वल ने कहा कि मतगणना के दौरान गठबंधन के कम से कम 10,000 समर्थक मौजूद रहेंगे. उज्ज्वल ने कहा कि मौजूदा परिस्थितियों में, वे अधिकारियों पर विश्वास नहीं कर सकते. उन्होंने विश्वास जताते हुए कहा, "इन समर्थकों की ताकत से निष्पक्ष मतगणना सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी."

इस बीच बीकेयू नेता राकेश टिकैत ने भी धांधली को लेकर आशंका जताई है. उन्होंने किसानों से मतगणना के दिन मतगणना केंद्रों पर कड़ी नजर रखने का भी आह्वान किया है. टिकैत ने किसानों को 9 मार्च की शाम तक अपने ट्रैक्टरों में मतगणना केंद्रों पर पहुंचने और परिणाम घोषित होने तक वहीं रहने को कहा है.