लखनऊ, 24 मार्च : उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट 2022 परीक्षा गुरुवार से शुरू हो गयी है. दोनों कक्षाओं के 51.92 लाख परीक्षार्थी इम्तिहान दे रहे हैं. राज्य के मुख्यमंत्री योगी ने परीक्षा में शामिल होनें वाले विद्यार्थियों को शुभकामनाएं दी है. सुबह प्रथम पाली में हाई स्कूल की परीक्षा शुरू हुई. सुबह 8:00 बजे शुरू होने वाले परीक्षा में शामिल होने के लिए परीक्षार्थियों की परीक्षा केंद्रों पर प्रवेश पत्र चेकिंग के बाद प्रवेश दिया गया.
इस बीच मुख्यमंत्री योगी ने परीक्षा में शामिल होंने वाले छात्रों को शुभकामनाएं दी और लिखा कि प्यारे विद्यार्थियों, यूपी बोर्ड की 10वीं व 12वीं कक्षा की परीक्षाएं आरम्भ हो रही हैं. सभी परीक्षार्थी पूर्ण एकाग्रता के साथ बिना किसी तनाव के परीक्षा में सम्मिलित हों. आपका परिश्रम अवश्य फलीभूत होगा व निश्चित ही सुखद परिणाम प्राप्त होंगे. मेरी शुभकामनाएं आपके साथ हैं.
प्रदेशभर में निर्धारित 8373 केंद्रों पर 51,92,689 छात्र-छात्राएं परीक्षा में सम्मिलित होंगे. बोर्ड ने सभी केंद्र व्यवस्थापकों को निर्देशित किया है कि परीक्षार्थियों से कॉपी के प्रत्येक पन्ने पर अपनी हैंडराइटिंग में कॉपी का क्रमांक और अपना अनुक्रमांक (रोल नंबर) लिखवाना सुनिश्चित करें. परीक्षा में मेधावी छात्रों की कॉपी बदलने की घटनाओं को रोकने के लिए बोर्ड ने यह निर्देश दिए हैं. यह भी पढ़ें : बिहार विधानसभा में भाजपा बनी सबसे बड़ी पार्टी, विधायकों की संख्या 77 पहुंची
इससे कॉपी या बीच के पन्ने बदलने पर पता चल जाएगा. साथ ही परीक्षा कक्ष में नक्शे, चित्र, ड्राइंग जैसी सामग्रियों को भी हटाने के निर्देश दिए हैं. पहले दिन गुरुवार सुबह 8 से 11.15 बजे की पाली में हाईस्कूल हिन्दी व प्रारंभिक हिन्दी और इंटर सैन्य विज्ञान की परीक्षा होगी. जबकि 2 से 5.15 बजे की दूसरी पाली में इंटर हिन्दी व सामान्य का पेपर होगा.
शासन ने साफ कर दिया है कि प्रत्येक केंद्र पर शांतिपूर्ण एवं शुचितापूर्ण परीक्षा कराने के लिए सुपर जोनल, जोनल, सेक्टर व स्टैटिक मजिस्ट्रेट व्यक्तिगत रूप से जिम्मेदार होंगे. सभी 75 जिलों में शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को पर्यवेक्षक के रूप में तैनात किया गया है. मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा ने कमिश्नर, पुलिस महानिरीक्षक, डीएम, एसएसपी, एसपी व अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को परीक्षा केंद्रों के औचक निरीक्षण के निर्देश दिए हैं. संवेदनशील जिलों व केंद्रों की निगरानी की जिम्मेदारी एसटीएफ, एलआईयू और स्थानीय पुलिस को दी गई है.
संगठित नकल कराने वालों पर रासुका लगाने का प्रविधान है. परीक्षाएं 12 अप्रैल तक चलेंगी. वर्ष 2021 में कोविड संक्रमण के कारण बोर्ड की परीक्षाएं नहीं कराई गई थी, सभी परीक्षार्थियों को अगली कक्षा में प्रोन्नत किया गया था. यूपी बोर्ड के परीक्षा केंद्रों की निगरानी के लिए हर कक्ष में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. इसके अलावा वेबकास्टिंग के माध्यम से मानीटरिंग करने के लिए डीवीआर के साथ राउटर लगे हैं. जिला मुख्यालयों के साथ ही राज्य स्तर पर कंट्रोल रूम बनाया गया है, जहां से वेबकास्टिंग के माध्यम से परीक्षा की कड़ी निगरानी होगी.
परीक्षा केंद्रों पर केंद्र व्यवस्थापक, कक्ष निरीक्षकों का इंतजाम पूरा हो चुका है. हर जिले में जिला प्रशासन की ओर से जोनल व सेक्टर मजिस्ट्रेटों की नियुक्त हुई है, जो भ्रमणशील रहकर परीक्षा को नकलविहीन कराएंगे. विभाग ने पांच सचल दस्तों का गठन किया है. इसके अलावा शासन व प्रशासन के उच्च अधिकारियों को नोडल अधिकारी बनाया गया है, जो गतिविधियों पर नजर रखेंगे ओर शासन को रिपोर्ट सौंपेंगे.
शासन ने साफ कर दिया है कि प्रत्येक केंद्र पर शांतिपूर्ण एवं शुचितापूर्ण परीक्षा कराने के लिए सुपर जोनल, जोनल, सेक्टर व स्टैटिक मजिस्ट्रेट व्यक्तिगत रूप से जिम्मेदार होंगे. सभी 75 जिलों में शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को पर्यवेक्षक के रूप में तैनात किया गया है. मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा ने कमिश्नर, पुलिस महानिरीक्षक, डीएम, एसएसपी, एसपी व अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को परीक्षा केंद्रों के औचक निरीक्षण के निर्देश दिए हैं. संवेदनशील जिलों व केंद्रों की निगरानी की जिम्मेदारी एसटीएफ, एलआईयू और स्थानीय पुलिस को दी गई है.
संगठित नकल कराने वालों पर रासुका लगाने का प्रविधान है. परीक्षाएं 12 अप्रैल तक चलेंगी. वर्ष 2021 में कोविड संक्रमण के कारण बोर्ड की परीक्षाएं नहीं कराई गई थी, सभी परीक्षार्थियों को अगली कक्षा में प्रोन्नत किया गया था. यूपी बोर्ड के परीक्षा केंद्रों की निगरानी के लिए हर कक्ष में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. इसके अलावा वेबकास्टिंग के माध्यम से मानीटरिंग करने के लिए डीवीआर के साथ राउटर लगे हैं. जिला मुख्यालयों के साथ ही राज्य स्तर पर कंट्रोल रूम बनाया गया है, जहां से वेबकास्टिंग के माध्यम से परीक्षा की कड़ी निगरानी होगी.
परीक्षा केंद्रों पर केंद्र व्यवस्थापक, कक्ष निरीक्षकों का इंतजाम पूरा हो चुका है. हर जिले में जिला प्रशासन की ओर से जोनल व सेक्टर मजिस्ट्रेटों की नियुक्त हुई है, जो भ्रमणशील रहकर परीक्षा को नकलविहीन कराएंगे. विभाग ने पांच सचल दस्तों का गठन किया है. इसके अलावा शासन व प्रशासन के उच्च अधिकारियों को नोडल अधिकारी बनाया गया है, जो गतिविधियों पर नजर रखेंगे ओर शासन को रिपोर्ट सौंपेंगे.