लखनऊ: उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर के प्रधान डाकघर में मंगलवार को सीबीआई टीम ने करीब आठ घंटे से अधिक तक छापेमारी की. इस छापेमारी के दौरान सीबीआई अधिकारियों ने डाकघर में तैनात सेवानिवृत्त कर्मचारियों से पूछताछ की, साथ ही टीम कई महत्वपूर्ण दस्तावेज भी जब्त कर अपने साथ ले गई. सीबीआई की रेड के एक दिन बाद आज यानी बुधवार को बुलंदशहर के प्रधान डाकघर के अधीक्षक टीपी सिंह ने अपने अलीगढ़ आवास पर गोली मारकर आत्महत्या कर ली.
मरने से पहले उन्होंने अलीगढ़ के SSP अलीगढ़ को सुसाइड नोट भेजा, इसमें लिखा- मैंने 16 दिसंबर, 2021 को डाकघर अधीक्षक बुलंदशहर का कार्यभार ग्रहण किया. इसके बाद से मुझे प्रताड़ित किया जा रहा. इसमें सुरेश कुमार निवासी सैदपुर बुलंदशहर, मनोज तत्कालीन उप डाकपाल (वर्तमान में उप डाकपाल नारहट, ललितपुर), योगेंद्र सिंह पूर्व मेल ओवरसिपर, बनवारी लाल पूर्व मेल ओवरसिपर और उनके तीन बेटे अरुण, वरुण और टेकचंद शामिल हैं. ये सभी लोग मिलकर मेरे ऊपर गलत काम करने के लिए दबाव बना रहे थे, इसलिए सुसाइड कर रहा हूं. यह भी पढ़े: MP-CBI Raids Jabalpur CGST Office: जबलपुर में रिश्वत लेते सेंट्रल जीएसटी के 5 अधिकारी चढ़े सीबीआई के हत्थे
बुलंदशहर के डाकघर के अधीक्षक TP सिंह ने खुद को मारी गोली:
CBI रेड के तुरंत बाद ही बुलंदशहर, यूपी के प्रधान डाकघर के अधीक्षक TP सिंह ने गोली मारकर जान दी। भ्रष्टाचार के मामले में CBI ने कल ही इस डाकघर में 10 घंटे तक जांच की थी।
सुसाइड नोट में TP सिंह ने लिखा- कुछ कर्मचारी गलत कार्यों के लिए दबाव बना रहे थे, इसलिए सुसाइड कर रहा हूं। pic.twitter.com/PcyMfjfx86
— Sachin Gupta (@SachinGuptaUP) August 21, 2024
जानें क्या है पूरा मामला:
सेवानिवृत्त कर्मचारी ने अपनी शिकायत में डाक विभाग के अधिकारियों पर भ्रमण भत्ते के बिल पास न करने और पांच लाख रुपये रिश्वत मांगने को लेकर शिकायत की थी. इसके अलावा बताया यह भी जा रहा है कि डाक अधीक्षक द्वारा कर्मचारियों से सारे कामों के लिए रिश्वत मांगी जाती थी.
इस दौरान, सीबीआई ने डाक अधीक्षक कार्यालय में उपस्थित कर्मचारियों से पूछताछ की और कार्यालय को अपने कब्जे में ले लिया. छापेमारी के दौरान, टीम ने शाखा डाकपाल की नियुक्तियों, भ्रमण भत्ते, गबन और चार्जशीट से संबंधित फाइलों की भी जांच की.इस शिकायत पर कार्रवाई करते हुए सीबीआई की टीम ने मंगलवार की सुबह 11 बजे करीब 8 सदस्यों के साथ डाकघर नें छापा मारा, जिसके बाद रात 10 बजे सीबीआई टीम 8 घंटे से अधिक समय बाद कई दस्तावेज लेकर बाहर निकली. जिसके बाद टीपी सिंह ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या किया