Kanpur Violence: यूपी के कानपुर जिले के बेकनगंज क्षेत्र में शुक्रवार को दो पक्षों के बीच हुए बवाल पुलिस लगातार कार्रवाई जारी किए हुए है. अब तक कुल 22 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. कानपुर के पुलिस कमिश्नर विजय सिंह मीणा ने शनिवार को बताया हयात जाफर हाशमी, जावेद अहमद खान, मोहम्मद राहिल और मोहम्मद सुफियान मुख्य रूप से साजिश में शामिल पाए गए हैं, जिन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है. ये सभी मौलाना अली जौहर फैन्स एसोसिएशन से जुड़े हुए हैं. उन्होंने बताया कि कानपुर हिंसा के आरोपियों की वह कोर्ट से 14 दिन के लिए रिमांड पर भेजने का आग्रह करेंगे. उन्होंने बताया कि मुख्य चार आरोपियों की पुलिस पीएफआई से संबंधों को लेकर भी जांच करेगी. गिरफ्तार किए गए सभी आरोपियों पर गैंगेस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई होगी.
उन्होंने कहा कि पुलिस की अबतक की जांच में सामने आया है कि हयात और उसके साथियों ने ही उपद्रव की साजिश रची थी. उपद्रव के बाद ये सभी लखनऊ के एक यूट्यूब चैनल के कार्यालय में जाकर छिप गए थे. सटीक सूचना मिलने पर पुलिस ने लखनऊ से उन्हें पकड़ा है. उनके पास मोबाइल और कुछ आपत्तिजनक दस्तावेज भी मिले हैं. यह भी पढ़े: Kanpur Violence: कानपुर में बवाल के बाद एक्शन में पुलिस, 3 FIR-35 गिरफ्तार, 1000 अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज
उन्होंने बताया कि पुलिस ने इस मामले में तीन एफआईआर दर्ज की हैं. पुलिस ने अब तक 22 लोगों को गिरफ्तार किया है. 18 आरोपियों को कल और चार लोगों को शनिवार को गिरफ्तार किया जा चुका है. अब तक 36 लोगों की पहचान की जा चुकी है. उन्होंने कहा कि सीसीटीवी फुटेज के आधार पर अन्य संदिग्धों की पहचान की जा रही है. इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी. उन्होंने कहा कि पुलिस संदिग्धों के मंसूबों की जांच कर रही है. अब तक की जांच से स्पष्ट हुआ है कि कुछ लोगों ने हिंसा भड़काने की कोशिश की.
पुलिस अफसरों का कहना है कि इसके पीछे कहीं न कहीं कई और लोग भी शामिल हैं, जो भीड़ जुटाने से लेकर बवाल कराने में शामिल रहे हैं. पुलिस ऐसे लोगों के बारे में जानकारी जुटा रही है. खुफिया विभाग भी अपने स्तर से ऐसे लोगों को चिह्न्ति करने का प्रयास कर रहा है. पुलिस के कई अन्य विंग ने भी गोपनीय तरीके से जांच शुरू कर दी है.
गौरतलब है कि भाजपा प्रवक्ता नूपुर शर्मा की टिप्पणी से मुस्लिम समाज के लोगों में नाराजगी है, जिसे लेकर शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद कानपुर में बवाल हो गया। पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज किया और लोगों को वहां से खदेड़ा. जोहर फैंस एसोसिएशन और अन्य मुस्लिम तंजीमों ने पहले ही शुक्रवार को मुस्लिम समुदाय से कारोबार बंद रखने की अपील की थी. इसी बीच यह विवाद सामने आया.