उन्नाव रेप केस: पीड़िता की हालत अभी भी गंभीर, अस्पताल के बाहर धरने पर बैठा पूरा परिवार, की ये मांग
उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता की भाड़े की कार में नंबर मिटे ट्रक द्वारा टक्कर मार दिए जाने की घटना के बाद बीजेपी विधायक कुलदीप सेंगर की मुश्किलें बढती चली जा रही है. एक तरफ उत्तर प्रदेश पुलिस ने पीड़िता की दुर्घटना के मामले में उनके परिवार की शिकायत के बाद सोमवार को सेंगर और नौ अन्य लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया है.
लखनऊ: उन्नाव (Unnao) दुष्कर्म पीड़िता की भाड़े की कार में नंबर मिटे ट्रक द्वारा टक्कर मार दिए जाने की घटना के बाद बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर (Kuldeep Singh Sengar) की मुश्किलें बढती चली जा रही है. एक तरफ उत्तर प्रदेश पुलिस ने पीड़िता की दुर्घटना के मामले में उनके परिवार की शिकायत के बाद सोमवार को सेंगर और नौ अन्य लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया है. तो वहीं दूसरी ओर पीड़िता को जल्द इंसाफ दिलाने की मांग को लेकर उसका परिवार ट्रामा सेंटर के बाहर धरने पर बैठ गया है.
किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी ट्रॉमा सेंटर के बाहर विरोध प्रदर्शन पर बैठे पीड़िता के परिवार के एक सदस्य ने न्यूज़ एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा कि "कुलदीप सेंगर को जल्द से जल्द सजा दी जानी चाहिए और महेश सिंह (पीड़िता के चाचा) को जेल से रिहा किया जाना चाहिए." उधर, पीड़िता को वेंटिलेटर पर रखा गया हैं.
गौरतलब हो कि बीजेपी विधायक कुलदीप सेंगर पर दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली पीड़िता की गाड़ी को रविवार को एक ट्रक ने टक्कर मार दी. पुलिस इस मामले में हत्या की साजिश और हादसा, दोनों मानकर जांच कर रही है. उधर, इस घटना के बाद से सूबे के विपक्षी दल बीजेपी सरकार पर जमकर हमला बोल रहे है. हालांकि सीएम योगी ने इस दुर्घटना की सीबीआई जांच की सिफारिश की है.
उन्नाव में रहने वाली पीड़िता की मां ने आरोप लगाया था कि विधायक कुलदीप सिंह सेंगर ने अपने आवास पर 2017 में उनकी बेटी का बलात्कार किया था. फिहाल सेंगर जेल में बंद है. लेकिन पीड़िता की मां का आरोप है कि वह जेल में होने के बाद भी पूरी साजिश रच रहा है.
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रविवार शाम राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 31 पर पीड़िता की कार से एक ट्रक टकरा गया था. दुर्घटना में पीड़िता की चाची व अन्य एक महिला की मौत हो गई. यह सभी दुष्कर्म पीड़िता के चाचा से मिलकर वापस आ रहे थे, जो जालसाजी के मामले में रायबरेली जेल में बंद है. पुलिस ने ट्रक के मालिक देवेंद्र सिंह और चालक आशीष पाल को गिरफ्तार कर लिया गया है.
उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ओपी सिंह के मुताबिक शुरुआती जांच में यह एक दुर्घटना का मामला लगता है क्योंकि ट्रक तेज रफ्तार से आ रहा था. इसी बीच देखा गया कि ट्रक की नंबर प्लेट पर काला रंग पुता हुआ था जो मामले में बड़ी साजिश की तरफ इशारा करता हैं.