ग्रीन कॉरिडोर बनाकर उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता को हवाई अड्डे से दिल्ली एम्स लाया गया, 14KM की दूरी 18 मिनट में हुई तय
प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credit- Wikimedia Commons)

उन्नाव रेप मामले (Unnao Rape Case) में सोमवार को उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता को एयर एम्बुलेंस से लखनऊ से यहां लाई गई. पीड़िता को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद सोमवार को उन्नाव रेप केस की पीड़िता को इलाज के लिए दिल्ली के एम्स ट्रांमा सेंटर लाया गया है. एक्स के चिकित्सकों की सलाह पर घायल दुष्कर्म पीड़िता के एम्बुलेंस को यातायात मुक्त रास्ता प्रदान किया गया. उत्तर प्रदेश पुलिस ने भी उसे अस्पताल से हवाईअड्डे जाने के लिए लगभग 15 किलोमीटर लंबा ग्रीन कॉरिडोर उपलब्ध कराया, जिससे 18 मिनट में तय की, जहां से एयर एम्बुलेंस के जरिए उसे राष्ट्रीय राजधानी लाया गया.

सोमवार को पीड़िता को घायल मरीज को लखनऊ से हवाई मार्ग से यहां पहुंचाया गया और उसे एम्स के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया. एक्स के चिकित्सकों की सलाह पर घायल दुष्कर्म पीड़िता के एम्बुलेंस को यातायात मुक्त रास्ता प्रदान किया गया. एम्बुलेंस रात नौ बजे टी-1 से रवाना हुई और 9.18 बजे एम्स ट्रॉमा केयर सेंटर पहुंच गई. इसके पहले दुर्घटना में घायल दुष्कर्म पीड़िता का लखनऊ के किंग जॉर्ज मेंडिकल यूनिवर्सिटी में इलाज चल रहा था.

वहीं किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (King George Medical University Hospital) से वकील महेंद्र सिंह को भी एम्स शिफ्ट किया गया. रायबरेली जेल जाते वक्त हादसे में वकील गंभीर रूप से घायल होने के कारण उनको लखनऊ के ट्रामा सेंटर में भर्ती करवाया गया था.

पीड़िता ने तत्कालीन बीजेपी से निलंबित विधायक कुलदीप सेंगर पर आरोप लगाया था कि उन्होंने 2017 में, जब वह 17 साल की थी, अपने आवास पर उसके साथ दुष्कर्म किया था. गौरतलब हो कि दुष्कर्म पीड़िता और उसका वकील 28 जुलाई को रायबरेली में सड़क दुर्घटना में घायल हो गए थे जब उनकी कार को एक ट्रक ने टक्कर मार दी थी. दुर्घटना में पीड़िता की दो रिश्तेदारों की मौत हो गई थी. सेंगर तथा नौ अन्य आरोपियों पर सीबीआई ने दुष्कर्म पीड़िता की रिश्तेदारों की हत्या का मामला दर्ज किया है.