Unmarried Mom Throws Newborn From Sixth Floor: मुंबई के घाटकोपर में एक अविवाहित मां ने अपने नवजात शिशु को इमारत की छठी मंजिल से फेंका नीचे, पुलिस ने किया गिरफ्तार

मुंबई के घाटकोपर से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक अविवाहित महिला ने अपने नवजात शिशु को अपने अपार्टमेंट की छठी मंजिल से नीचे फेंक दिया. नवजात शिशु को इमारत की छठी मंजिल से नीचे फेंकने के आरोप में पंत नंगर पुलिस ने 25 वर्षीय अविवाहित मां को गिरफ्तार कर लिया है.

नवजात (Photo Credits: Pixabay)

मुंबई: इस संसार में मां को भगवान का दर्जा दिया गया है, जो नौ महीने तक अपनी संतान को कोख में पालती है और फिर उसे जन्म देती है. एक मां अपनी संतान के लिए दुनिया से लड़ने तक के लिए तैयार हो जाती है, लेकिन क्या कोई मां अपने कलेजे के टुकड़े को जन्म के तुरंत बाद मौत दे सकती है. मुंबई (Mumbai) के घाटकोपर (Ghatkopar) से एक ऐसी ही दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक महिला (Unmarried Woman) ने अपने नवजात शिशु (Newborn Baby)को अपने अपार्टमेंट की छठी मंजिल से नीचे फेंक दिया. नवजात शिशु को इमारत की छठी मंजिल से नीचे फेंकने के आरोप में पंत नंगर पुलिस (Pant Nagar Police) ने 25 वर्षीय अविवाहित मां (Unmarried Mom) को गिरफ्तार कर लिया है. मामले की तफ्तीश कर रही पुलिस का कहना है कि महिला कूपर अस्पताल में भर्ती थी, क्योंकि वह कमजोर और अस्वस्थ थी.

पुलिस ने महिला को आईपीसी की धारा 318 के तहत गुप्त रूप से बच्चे के शव को दफनाने या मृत शरीर को निपटाने के आरोप में गिरफ्तार किया है. चाहे बच्चे की मृत्यु जन्म से पहले या बाद में हुई हो, जानबूझकर बच्चे के जन्म को छुपाने के प्रयास के लिए उसे दो साल की कैद या जुर्माना या फिर दोनों सजा हो सकती है. यह भी पढ़ें: मुंबई: नवजात बच्ची की बेरहमी से हत्या, जन्म के कुछ घंटे बाद ही उसे बिल्डिंग की 21वीं मंजिल से फेंका

बताया जा रहा है कि एक दूधवाले ने बीते 4 अगस्त को गौरीशंकर वाड़ी बिल्डिंग के बाहर खून से लथपथ एक बच्ची को देखा और बिल्डिंग के सिक्योरिटी गार्ड को उसकी सूचना दी थी. सीनियर इंस्पेक्टर सुभाष कांबले ने कहा कि जब इमारत में रहने वाले लोगों से इसके बारे में पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस लॉकडाउन के कारण वो इस बात से अनजान थे कि कौन सी महिला गर्भवती थी.

एक डॉक्टर की रिपोर्ट में बताया गया है कि बच्ची के सिर में चोट थी और जब उसका जन्म हुआ था तब वो जीवित थी. पुलिस ने इसके बाद धारा 302 (हत्या) और धारा 201 (सबूतों को गायब करने) के तहत मामला दर्ज किया. इस दिल दहला देने वाली वारदात के बाद पुलिस ने एक युवा और कमजोर महिला पर नजर बनाए रखी, जिसके बाद उससे पूछताछ की गई और महिला ने अब अपना अपराध स्वीकार कर लिया है.

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