नई दिल्ली, 5 नवंबर : केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान (Dharmendra Pradhan) ने हरियाणा में 'वोट चोरी' के आरोपों पर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को करारा जवाब दिया है. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी झूठ और फाल्स नैरेटिव के रिसर्च सेंटर बन चुके हैं. हर बार उनके झूठ का बम फुस्स हो जाता है. केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, "राहुल गांधी की प्रेस कॉन्फ्रेंस, बिहार में होने वाली करारी हार से अपना सिर बचाने का एक हथकंडा मात्र है. यह सबको पता है कि राहुल गांधी देश के संविधान, लोकतंत्र, लोकतांत्रिक व्यवस्था, संसदीय प्रणाली और जनता के मताधिकार में विश्वास नहीं रखते हैं. वह एक ऐसे आदर्श लोक में खोए हैं जिसमें उनको लगता है कि 'न खाता न बही, जो राहुल गांधी कहें, वहीं सही'."
उन्होंने आगे लिखा, "सच यह है कि इन सब बेबुनियाद हथकंडों की आड़ लेकर वह बिहार चुनाव में होने जा रही हार से अपना पल्ला झाड़ना चाहते हैं. उनको भी पता है कि कांग्रेस और राजद समेत पूरे महागठबंधन की स्थिति बिहार में पस्त है और जनता लगातार इन लोगों को नकार रही है." राहुल गांधी पर अपना हमला जारी रखते हुए धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि ये हर बार एक झूठ लेकर आते हैं, फिर वो झूठ का बम फुस्स हो जाता है. इसके बाद ये नया झूठ लेकर आते हैं. केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि राहुल गांधी झूठ और फाल्स नैरेटिव के रिसर्च सेंटर बन चुके हैं. उनको अब कोई गंभीरता से नहीं लेता. इन सारे हथकंडों के बाद भी राहुल गांधी अपनी एक और असफलता की जिम्मेदारी से भाग नहीं सकते. यह भी पढ़ें : Bihar Assembly Elections 2025: बिहार में कुछ बचा नहीं, ध्यान भटकाने के लिए राहुल गांधी ने हरियाणा का मुद्दा गढ़ा; केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने बुधवार को आरोप लगाया कि 'वोट चोरी' सिर्फ आलंद और महादेवपुरा जैसे निर्वाचन क्षेत्रों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह राष्ट्रीय स्तर पर है, जिसका एकमात्र उद्देश्य सत्तारूढ़ भाजपा को फायदा पहुंचाना है. हरियाणा का उदाहरण देते हुए राहुल गांधी ने कहा, "सारे एक्जिट पोल हरियाणा में कांग्रेस की एकतरफा जीत दिखा रहे थे. सभी का कहना था कि हरियाणा में कांग्रेस की सरकार बन रही है, लेकिन नतीजा बिल्कुल दूसरा आया. ऐसा पहली बार हुआ कि पोस्टल बैलेट के नतीजे और चुनाव के नतीजे अलग थे. हमें पता चला कि 'ऑपरेशन सरकार चोरी' चल रही है. कांग्रेस पार्टी हरियाणा चुनाव करीब 22 हजार वोट से हारी थी. वहीं, कांग्रेस और भाजपा के बीच कुल 1.18 लाख वोटों का अंतर रहा."
उन्होंने दावा किया कि हरियाणा में पांच तरीके की 'वोट चोरी' है, जिसमें डुप्लीकेट वोटर, इनवैलिड एड्रेस, बल्क वोटर, फॉर्म-6 और फॉर्म-7 का दुरुपयोग शामिल है. राहुल गांधी ने यह भी आरोप लगाया कि फॉर्म 6 और फॉर्म 7, जिनसे वोटरों को जोड़ा और घटाया जाता है, महादेवापुरा और आलंद के बाद चुनाव आयोग ने इसका डेटा देना बंद कर दिया है.













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