केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव, सीएम भूपेंद्र पटेल ने मेहसाणा में वीजीआरसी में ट्रेड शो और एग्जीबिशन का किया उद्घाटन

गांधीनगर, 9 अक्टूबर : गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल (Bhupendra Patel) और केंद्रीय रेल, सूचना एवं प्रसारण, इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnav) ने गुरुवार को मेहसाणा में वाइब्रेंट गुजरात रीजनल कॉन्फ्रेंस (वीजीआरसी) के उद्घाटन समारोह से पूर्व वीजीआरसी के अंतर्गत आयोजित ट्रेड शो और एग्जीबिशन का उद्घाटन किया. इस अवसर पर वित्त मंत्री कनुभाई देसाई, स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेशभाई पटेल और उद्योग मंत्री बलवंत सिंह राजपूत मौजूद रहे. केंद्रीय मंत्री, मुख्यमंत्री और अन्य महानुभावों ने वीजीआरसी प्रदर्शनी का अवलोकन किया, जहां विभिन्न क्षेत्रों के उत्पादों, नवाचारों और टेक्नोलॉजी का प्रदर्शन किया गया है.

यह कार्यक्रम आत्मनिर्भर भारत, वोकल फॉर लोकल और टिकाऊ आर्थिक विकास के विजन को आगे बढ़ाने के लिए नवोन्मेषकों, उद्यमियों, निवेशकों, सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (एमएसएमई), स्टार्टअप्स, विदेशी खरीदारों, कई बड़ी कंपनियों, सरकारी विभागों, सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों और वैश्विक भागीदारों को एक साथ लाने का प्रयास है. उल्लेखनीय है कि लगभग 18 हजार वर्ग मीटर के विशाल प्रदर्शनी क्षेत्र में ट्रेड शो का भी आयोजन किया गया है, जिसमें कृषि और खाद्य प्रसंस्करण तथा नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र से जुड़े 400 से अधिक प्रदर्शक हिस्सा ले रहे हैं. यह भी पढ़ें: Mainpuri News: मैनपुरी में करवा चौथ की खरीदारी के दौरान हंगामा, छेड़छाड़ के आरोप में महिलाओं ने युवक को सरेआम पीटा; VIDEO वायरल

इसके अलावा, टोरेन्ट, वेलस्पन, एनएचपीसी, एनटीपीसी, कोसोल, सुजलॉन, अवाडा, निरमा, आईएनओएक्स, अदाणी, मारुति सुजुकी, पावरग्रिड कॉर्पोरेशन लिमिटेड और ओएनजीसी जैसी अग्रणी कॉर्पोरेट कंपनियां भी शामिल हैं. प्रदर्शनी के एक हिस्से के रूप में, दूधसागर डेयरी, ओएनजीसी, वेस्टर्न रेलवे और मकेन फूड्स जैसे संस्थानों के साथ वेंडर डेवलपमेंट प्रोग्राम (वीडीपी) का आयोजन किया जाएगा, जिसका उद्देश्य उद्योग संबंधों को मजबूत बनाने के साथ ही स्थानीय उद्योगों के विकास को बढ़ावा देना है.

वाइब्रेंट गुजरात रीजनल कॉन्फ्रेंस ‘हर घर स्वदेशी, घर-घर स्वदेशी’ की थीम के साथ स्थानीय उद्यमशीलता, ग्रामीण स्तर पर नवाचार और सामुदायिक विकास की शक्ति का जश्न मनाएगी. यह आयोजन क्षेत्री सशक्तिकरण, वैश्विक सहयोग और टिकाऊ प्रगति को एक नई ऊर्जा देगा, जिससे ‘विकसित गुजरात से विकसित भारत’ के विजन को साकार करने के प्रयास को और अधिक मजबूती मिलेगी.