प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम UN संबोधन के दौरान कहा कि शुरुआत से ही भारत ने संयुक्त राष्ट्र के विकास कार्यों और ECOSOC का सक्रिय समर्थन किया है. उन्होंने कहा कि ECOSOC के पहले अध्यक्ष एक भारतीय ही थे. ECOSOC के एजेंडा को आकार देने में भारत ने भी योगदान दिया. पीएम मोदी ने कहा कि भारत सभी प्रकृतिक आपदाओं से बहादुरी से लड़ा. हमने गरीबों के घर बनाएं. उन्होंने कहा कि हम विकाशील देशों की मदद कर रहे हैं. पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि हमने आत्म निर्भर बनने अभियान चलाया है. चुनौतियों से सभी को एक साथ मिलकर लड़ना होगा. जब भारत एक स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में अपने 75साल पूरे करेगा तब हमारा 'हाउसिंग फॉर ऑल' कार्यक्रम 2022 तक प्रत्येक भारतीय के सिर पर एक सुरक्षित छत सुनिश्चित करेगा.
उन्होंने कहा कि चाहे भूकंप, चक्रवात, इबोला संकट या कोई अन्य प्राकृतिक या मानव निर्मित संकट हो, भारत ने तेजी और एकजुटता के साथ जवाब दिया है. कोरोना के खिलाफ हमारी संयुक्त लड़ाई में हमने 150 से अधिक देशों में चिकित्सा और अन्य सहायता उपलब्ध करवाई है. संयुक्त राष्ट्र मूल रूप से द्वितीय विश्व युद्ध के उपद्रवों से पैदा हुआ था. आज महामारी के प्रकोप ने इसके पुनर्जन्म और सुधार के नए अवसर प्रदान किए हैं. आइए हम यह मौका न गंवाएं. पीएम मोदी ने कहा कि हमारा प्रयास है कि सबका साथ और सबका विकास. उन्होंने कहा कि आज भारत हर क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है.
ANI का ट्वीट:-
Our motto is 'Sabka Saath, Sabka Vikaas, Sabka Vishwas' - meaning 'Together, for everyone's growth, with everyone's trust'. This resonates with the core SDG principle of leaving no one behind: PM Narendra Modi pic.twitter.com/JouFBTOJvm
— ANI (@ANI) July 17, 2020
भारत में पिछले 6 साल में 40 करोड़ बैंक के खाते खोले गए हैं. जिसका फायदा हुआ कि गरीबों के अकाउंट में अब सीधे पैसे पहुंचते हैं. पीएम मोदी ने कहा कि भारत ने कोरोना वायरस को एक जन आंदोलन बनाया. पीएम मोदी ने कहा कि भारत ने सार्क COVID इमरजेंसी फंड बनाया है. भारत विकास की मार्ग पर चलते हुए प्रकृति के बारे में सोचता रहा है. आज आयुष्मान भारत आज विश्व की सबसे बड़ी हेल्थ स्कीम है.