Umesh Pal Murder Case: उमेश पाल हत्याकांड में अतीक से होगी पूछताछ

उमेश पाल हत्याकांड में पूछताछ के लिए प्रयागराज पुलिस की 37 सदस्यीय टीम गैंगस्टर से नेता बने अतीक अहमद को लेकर बुधवार दोपहर प्रयागराज पहुंचेगी. अतीक को लेकर चार वाहनों का काफिला मंगलवार को अहमदाबाद के साबरमती जेल से रवाना हुआ. अतीक को प्रासंगिक वारंट के तहत प्रयागराज लाने और नैनी सेंट्रल जेल में रखने के बाद पुलिस एक स्थानीय अदालत से उसकी हिरासत के लिए आवेदन कर सकती है.

प्रयागराज (उत्तर प्रदेश), 12 अप्रैल : उमेश पाल हत्याकांड (Umesh Pal Murder Case) में पूछताछ के लिए प्रयागराज पुलिस की 37 सदस्यीय टीम गैंगस्टर से नेता बने अतीक अहमद को लेकर बुधवार दोपहर प्रयागराज पहुंचेगी. अतीक को लेकर चार वाहनों का काफिला मंगलवार को अहमदाबाद के साबरमती जेल से रवाना हुआ. अतीक को प्रासंगिक वारंट के तहत प्रयागराज लाने और नैनी सेंट्रल जेल में रखने के बाद पुलिस एक स्थानीय अदालत से उसकी हिरासत के लिए आवेदन कर सकती है. दो सप्ताह के भीतर यह दूसरी बार है जब अतीक को साबरमती जेल से प्रयागराज लाया जा रहा है. इससे पहले प्रयागराज पुलिस की 22 सदस्यीय टीम उसे एमपी/एमएलए कोर्ट में पेश करने के लिए 27 मार्च को शहर लाई थी. उमेश पाल अपहरण मामले में 28 मार्च को अदालत ने अतीक अहमद को उम्रकैद की सजा सुनाई थी.

सुप्रीम कोर्ट ने अप्रैल 2019 में निर्देश दिया था कि अतीक अहमद को गुजरात की उच्च सुरक्षा वाली साबरमती जेल में शिफ्ट कर दिया जाना चाहिए, क्योंकि उस पर एक रियल एस्टेट व्यवसायी मोहित जायसवाल के अपहरण और हमले का आरोप लगा है. अतीक अहमद पर उमेश पाल हत्याकांड समेत 103 आपराधिक मामले चल रहे हैं. पुलिस ने कहा कि ताजा एफआईआर में अतीक अहमद, उनके बेटे अली अहमद और अतीक के चचेरे भाई असलम मंत्री समेत 10 अन्य लोगों के खिलाफ एक करोड़ रुपये की फिरौती मांगने, मारपीट करने और एक व्यक्ति को धमकाने का मामला दर्ज किया गया है. गैंगस्टर से राजनेता बने के खिलाफ दर्ज यह 103वां आपराधिक मामला है. शिकायतकर्ता साबिर हुसैन ने दावा किया कि हालांकि यह घटना 14 अप्रैल, 2019 को हुई थी, लेकिन अब उन्होंने धूमनगंज पुलिस में मामला दर्ज कराया है. यह भी पढ़ें: Mumbai Local Train: दहिसर-बोरीवली के बीच मुंबई लोकल लाइन का ओवरहेड की समस्या, ट्रेन सेवा प्रभावित

हुसैन ने कहा कि वह गैंगस्टर और उसके गिरोह के खिलाफ हालिया कार्रवाई के बाद शिकायत दर्ज करने की हिम्मत जुटा सकता है. हुसैन ने अपनी शिकायत में कहा, यह घटना तब हुई जब मैं कसारी-मसराय इलाके के चकिया में अपनी मां के घर पर था, जहां अली अहमद (अतीक का बेटा) अन्य हथियारबंद लोगों के साथ आया और मुझे बुलाया. जब मैं घर से बाहर आया तो असलम मंत्री ने अतीक को फोन किया और मुझसे बात करने को कहा. जब मैंने इनकार कर दिया, तो अली और असद ने मेरे सिर पर पिस्तौल तान दी और मुझसे एक करोड़ रुपये की फिरौती की व्यवस्था करने को कहा.

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