वूमेन राइट्स कार्यकर्ता तृप्ति देसाई आज संविधान दिवस (Constitution Day) के मौके पर सबरीमाला मंदिर (Sabarimala Temple) के दर्शन करेंगी. इस बारे में उन्होंने कहा कि मंदिर जाने से उन्हें न तो राज्य सरकार और न ही पुलिस रोक सकती है. तृप्ति देसाई केरल एयरपोर्ट पर पहुंच चुकी हैं और आज मंदिर में प्रवेश करने का एक और प्रयास करेंगी. 10 दिन पहले ही उन्हें कोच्चि हवाई अड्डे पर रोका गया था. वो सुबह करीब 4 बजे कोच्चि एयरपोर्ट पर उतरीं. तृप्ति देसाई सात सदस्यीय टीम का हिस्सा हैं जो सबरीमाला मंदिर के लिए नेतृत्व करती है. तृप्ति देसाई पहली महिला हैं, जिन्होंने पिछले साल सबरीमाला मंदिर का दौरा किया था.
तृप्ति देसाई के साथ सबरीमाला मंदिर के दर्शन के लिए बिंदु अम्मिनी भी हैं. कोच्चि कमिश्नर ऑफिस के बाहर बिंदू अम्मिनी पर कथित तौर पर हमला किया. उन्होंने आरोप लगाया कि किसी ने उन पर मिर्च पाउडर फेंका था और उस व्यक्ति को अधिकारियों द्वारा बचाया जा रहा है. तृप्ति देसाई ने मंगलवार सुबह कहा कि,' "हम संविधान दिवस पर आज सबरीमाला मंदिर जाएंगे. न तो राज्य सरकार और न ही पुलिस हमें मंदिर जाने से रोक सकती है. हमें सुरक्षा मिले या नहीं आज हम मंदिर जाएंगे.”
पढ़ें ट्वीट:
Women's rights activist Trupti Desai at Kochi, early morning today: We'll visit #Sabarimala temple today on Constitution Day. Neither state government nor police can stop us from visiting the temple. Whether we get security or not we will visit the temple today. pic.twitter.com/7f4WMK6opI
— ANI (@ANI) November 26, 2019
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बता दें कि पिछले साल सुप्रीम कोर्ट ने महिलाओं के प्रवेश पर प्रतिबंध हटा दिया था. 16 नवंबर को, तृप्ति देसाई ने भगवान अयप्पा मंदिर में प्रवेश करने का पहला प्रयास किया, लेकिन उन्हें कोच्चि हवाई अड्डे पर भारी विरोध का सामना करना पड़ा और वापस जाना पड़ा.
भारतीय जनता युवा मोर्चा (BJYM) ने भी तृप्ति देसाई और अन्य के खिलाफ धार्मिक भावनाओं को आहत करने के लिए शिकायत दर्ज की थी. BJYM के प्रदेश अध्यक्ष एडवोकेट केपी प्रकाश बाबू ने नेदुंबसेरी पुलिस स्टेशन (Nedumbassery Police Station) में शिकायत दर्ज कराई और आरोप लगाया कि तृप्ति देसाई भक्तों के विश्वास और परंपराओं को चुनौती देकर सांप्रदायिक हिंसा भड़काने का प्रयास कर रही हैं.