मुंबई: नाले में गिरे दिव्यांश सिंह का 30 घंटे बाद भी नहीं चला पता, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी, परिवार ने की कार्यवाई की मांग
देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) की लापरवाही की बदौलत नाले में गिरे दिव्यांश सिंह का अब तक कुछ पता नहीं चल सका है. इस घटना को हुए 30 घंटे से भी ज्यादा का समय बीत चुका है.
मुंबई: देश की आर्थिक राजधानी मुंबई (Mumbai) में बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) की लापरवाही की बदौलत खुले नाले में गिरे दिव्यांश सिंह (Divyansh Singh) का अब तक कुछ पता नहीं चल सका है. इस घटना को हुए 30 घंटे से भी ज्यादा का समय बीत चुका है. फिलहाल बच्चे को सुरक्षित निकालने के लिए मुंबई पुलिस से लेकर फायर ब्रिगेड की टीमें रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी हुई है.
गोरेगांव के अम्बेडकर नगर इलाके में रहने वाला तीन साल का दिव्यांश बुधवार रात 10:24 बजे एक खुले नाले में गिर गया था. इस हादसे का पता तब चला जब दिव्यांश को खोजने के लिए इलाके में लगे एक सीसीटीवी (CCTV) की जांच की गई. जिसमें दिव्यांश सड़क पर चलते हुए गलती से गटर में गिरते हुए देखा जा सकता है. सड़क किनारे बने एक इलेक्ट्रिक बॉक्स के पीछे खुला नाला अंधेरा होने के कारण उसे दिखाई नहीं दिया और वह सीधे उसमें जा गिरा.
उधर, मासूम के परिवार का रो-रो कर बुरा हाल हो रहा है. सब ने इस घटना के लिए बीएमसी को जिम्मेदार ठहराया है और जल्द से जल्द जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्यवाई की मांग की है. उनका कहना है कि अगर बीएमसी ने समय पर नाले को ढंक दिया होता तो आज उनका दिव्यांश इस हादसे का शिकार ना बनता.
गौरतलब हो कि बीएमसी की लापरवाही के चलते हर साल बारिश के मौसम में ऐसी घटनाएं होती रहती है. पिछले दिनों ही कंट्री क्लब के सामने वीरा देसाई रोड पर एक मैनहोल खुला हुआ था. जिसमें एक युवक गिर गया. गनिमत ये रही कि वो किसी भी तरह खुद को बचाने में कामयाब रहा. दरअसल सड़क पर पानी लबालब भरे होने के कारण उसे मैनहोल का पता नहीं चल पाया.