गाजियाबाद: गाजियाबाद में लूट का एक अजीबो-गरीब मामला सामने आया है. दो चोरों ने दिल्ली में चोरी की और अगले दिन जूता खरीदने गाजियाबाद पहुंचे. गाजियाबाद में जूता व्यापारी से दोनों की बहस हो गई. मौके पर दो पुलिसकर्मी पहुंचे. उन्होंने दोनों से चोरी किए गए 3.60 लाख लूटे और फर्जी केस में फंसाने का डर दिखाकर भगा दिया.
दिल्ली पुलिस ने जब चोरी केस को वर्क आउट किया और दोनों चोरों को गिरफ्तार कर उनसे पैसे की रिकवरी करने की कोशिश की तो दोनों ने सच्चाई सुना दी. पुलिस ने इसकी कंप्लेन गाजियाबाद पुलिस से की. इसके बाद एक अधिकारी को इसकी जांच दी गई. जांच में दोनों पुलिसकर्मी दोषी पाए गए. जिसके बाद दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया. Delhi: दिल्ली में दो बड़ी मस्जिदों को हटाने का आदेश! रेलवे के नोटिस पर वक्फ बोर्ड ने जताई हैरानी
दरअसल, दिल्ली के भजनपुरा इलाके में 25 मई की रात आलोक शर्मा नामक व्यक्ति के घर से चोरी हुई. इसमें बदमाशों ने 3 लाख 60 हजार रुपये चुराए थे. आखिरकार 19 जुलाई को दिल्ली पुलिस ने इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. जब रकम बरामदगी के लिए उनसे पूछताछ हुई तो आरोपियों ने अपने साथ हुई लूट की कहानी पुलिस को सुनाई.
उन्होंने बताया कि वह चोरी करने के अगले दिन (26 मई) को जूते खरीदने के लिए गाजियाबाद के शालीमार गार्डन इलाके में आए थे. यहां दुकानदार से कुछ कहासुनी हो गई. इसके बाद गाजियाबाद जिले के शालीमार गार्डन थाने पर तैनात कांस्टेबल धीरज चतुर्वेदी और इंद्रजीत मौके पर पहुंचे.
आरोप है कि दोनों ने मामला रफा-दफा करने के नाम पर बदमाशों से 3 लाख 60 हजार रुपए लूट लिए और फर्जी मुकदमे में जेल भेजने की धमकी देकर भगा दिया. दिल्ली पुलिस के इनपुट और चोरी के पीड़ित आलोक शर्मा की शिकायत पर गाजियाबाद पुलिस के डीसीपी विवेक चंद्र यादव ने एसीपी को जांच सौंपी. जांच में आरोप पुष्ट हुए, जिसके बाद 21 जुलाई की रात दोनों सिपाही धीरज चतुर्वेदी और इंद्रजीत को गिरफ्तार कर लिया गया.
डीसीपी (ट्रांस हिंडन) विवेक चंद्र यादव ने बताया कि अभी तक लूटी रकम बरामद नहीं हो सकी है. इस मामले में शालीमार गार्डन थाना प्रभारी रवि शंकर पांडे ने दोनों पुलिसकर्मियों पर लूट का मुकदमा दर्ज कराया है.