PM KISAN की 21वीं किस्त जारी, देशभर के करोड़ों किसानों के खातों में पहुंचे ₹2000; जानें किन्हें नहीं मिला पैसा और क्या करें आगे?
PM Kisan 21th Installment New Update

PM Kisan 21st Installment: प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ पाने वाले किसानों के लिए बड़ी राहत वाली खबर है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 19 नवंबर को तमिलनाडु के कोयंबटूर से PM-KISAN की 21वीं किस्त जारी कर दी. सरकार की ओर से लगभग 18 हजार करोड़ रुपये सीधे किसानों के बैंक खातों में भेजे गए. इस केंद्रीय योजना के तहत देशभर के 9 करोड़ से ज्यादा लाभार्थी किसान इस किस्त के पात्र रहे.

ये भी पढें: UP: नहर व्यवस्था सुधार के लिए 95 नई परियोजनाओं को मुख्यमंत्री ने दी मंजूरी

PM KISAN की 21वीं किस्त जारी

खाते में पैसा नहीं आया, ऐसे करें शिकायत

कई किसान ऐसे भी हैं जिनके नाम लाभार्थी सूची में हैं, लेकिन उनके खाते में अभी तक 2000 रुपये नहीं पहुंचे हैं. ऐसे किसान [pmkisan-ict@gov.in](mailto:pmkisan-ict@gov.in) पर मेल कर सकते हैं या फिर हेल्पलाइन नंबर 155261, 1800-115-526 (टोल फ्री) और 011-23381092 पर संपर्क कर सकते हैं. इन नंबरों पर किस्त से जुड़ी समस्या का समाधान और जरूरी जानकारी दी जाती है.

वेबसाइट से ऐसे चेक करें किस्त का स्टेटस

किसान pmkisan.gov.in पर जाकर अपनी किस्त की स्थिति देख सकते हैं. वेबसाइट के Farmers Corner में जाकर Beneficiary Status पर क्लिक करें. फिर आधार नंबर, मोबाइल नंबर या रजिस्ट्रेशन नंबर डालकर स्टेटस चेक किया जा सकता है. अगर रजिस्ट्रेशन नंबर याद नहीं है, तो Know Your Registration Number ऑप्शन से आधार या मोबाइल नंबर के जरिए इसे दोबारा प्राप्त किया जा सकता है. OTP भरने के बाद सिस्टम बताएगा कि भुगतान में देरी किस वजह से हुई.

क्यों अटक जाती है PM-KISAN की किस्त?

कई बार किसान किस्त न आने की वजह नहीं समझ पाते. आमतौर पर गलत बैंक अकाउंट डिटेल, आधार लिंक न होना, eKYC अधूरी रह जाना या नाम में त्रुटि जैसी वजहों से पैसा अटक जाता है. इसलिए जरूरी है कि किसान अपना बैंक खाता आधार से लिंक करवाएं और PM-KISAN पोर्टल पर जाकर सभी जानकारी ध्यान से जांच लें. विवरण सही होने पर अगली किस्त बिना रुकावट आ जाएगी.

1 करोड़ से ज्यादा किसानों को मिला SMS अलर्ट

इस बार केंद्र सरकार ने 1 करोड़ से अधिक किसानों के खातों में DBT के जरिए 2000 रुपये भेजे हैं. जैसे ही रकम बैंक खाते में पहुंचती है, किसानों के पंजीकृत मोबाइल नंबर पर SMS भी आता है. इससे उन्हें किस्त मिलने की तुरंत जानकारी हो जाती है.