Terror Funding Case: जमात-ए-इस्लामी पर कसी नकेल! एनआईए, JK पुलिस और सीआरपीएफ साथ मिलकर कर रही छापेमारी
भारतीय सेना के जवान (Photo Credits: PTI/File)

श्रीनगर: आतंकी फंडिंग (Terror Funding) मामले में प्रतिबंधित जमात-ए-इस्लामी (जेईआई) ग्रुप के खिलाफ राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने जांच तेज कर दी गई है. इस मामले में एनआईए (NIA) ने आज जम्मू-कश्मीर में कई स्थानों पर सर्च ऑपरेशन चलाया. प्राप्त जानकारी के अनुसार, एनआईए की टीम सुबह छह बजे जम्मू-कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ के साथ जेईआई कैडरों के आवासीय परिसरों की तलाशी लेने पहुंची. एनआईए ने आईएसआईएस सदस्य के खिलाफ आरोप-पत्र दायर किया

रिपोर्ट्स के अनुसार, एनआईए ने बुधवार को जेआई के कार्यकर्ताओं की संलिप्तता वाले करीब एक दर्जन स्थानों पर छापेमारी की. पुलिस सूत्रों ने कहा कि स्थानीय पुलिस और सीआरपीएफ की सहायता से एनआईए के अधिकारियों ने बडगाम, बांदीपोरा और अन्य जिलों में जेईआई कार्यकर्ताओं के परिसरों पर छापा मारा.

सूत्रों ने कहा कि ये छापे एनआईए द्वारा टेरर फंडिंग मामले में चल रही जांच का हिस्सा हैं. एजेंसी ने दो महीने पहले प्रमुख जेआई नेताओं के घरों और कार्यालयों पर इसी तरह की छापेमारी की थी. छापेमारी करने के बाद, इसमें शामिल लोगों को दिल्ली में एनआईए के सामने पेश होने के लिए बुलाया गया था.

बीते हफ्ते ही एनआईए ने जम्मू-कश्मीर के चार जिलों में कई स्थानों पर तलाशी ली और आतंकवाद की साजिश के मामले में आतंकियों के चार कथित सहयोगियों को गिरफ्तार किया. एक अधिकारी के मुताबिक, जांच एजेंसी ने जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर, पुलवामा, कुलगाम और बारामूला जिलों में 11 स्थानों पर तलाशी ली थी. कुलगाम से सुहैल अहमद थोकर, श्रीनगर से कामरान अशरफ रेशी, रयद बशीर और हनान गुलजार डार को गिरफ्तार किया गया है.

यह मामला लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी), जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम), हिज्ब-उल-मुजाहिदीन (एचएम) और अल बद्र समेत विभिन्न प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों और द रेसिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) तथा पीपल अगेंस्ट फासिस्ट फोर्सेज (पीएएफएफ) जैसे उनके सहयोगी संगठनों के कैडरों द्वारा जम्मू-कश्मीर के प्रमुख शहरों में हिंसक आतंकवादी कृत्यों को अंजाम देने की साजिश से संबंधित था. एनआईए को तलाशी में इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, जेहादी दस्तावेज, पोस्टर के अलावा अन्य सामान भी आरोपियों के पास से मिले थे.