लक्ष्य प्राप्त करने के लिए टीम वर्क के साथ आगे बढ़ेगी टीम यूपी
सीएम योगी (Photo Credits ANI)

लखनऊ, 22 अप्रैल : उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में दोबारा योगी सरकार बनने के बाद ही पांच साल का रोड मैप तैयार कर टीम वर्क के साथ लक्ष्य को लेकर आगे बढ़ रहे हैं. सरकार गठन के एक माह के भीतर सभी मंत्रियों और विभागों के प्रमुख अधिकारियों (टीम यूपी) के साथ अगले पांच साल का रोड मैप तैयार कर लिया है. टीम यूपी लोक कल्याण के संकल्प के साथ रणनीति बनाकर आगे बढ़ रही है. मुख्यमंत्री योगी ने सभी मंत्रियों से कहा कि अपने-अपने विभागों के के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए टीम वर्क के साथ हमें आगे बढ़ना है. योगी ने 25 मार्च को शपथ ग्रहण के बाद सभी विभागों से सौ दिन, छह माह, दो साल और पांच साल की कार्य योजना मांगी थी.

इसके बाद सभी विभागों को 10 सेक्टरों में बांटा गया और 13 से 21 अप्रैल के बीच सुबह और शाम अलग-अलग सेक्टरों का प्रजेंटेशन हुआ. सभी प्रजेंटेशन में पिछले पांच साल और अगले पांच साल की तैयारियों को रखा गया था. प्रजेंटेशन के बाद मंत्रियों के सुझावों को भी लिया गया और उस पर अमल करने के लिए सीएम योगी ने निर्देश भी दिए. उन्होंने सभी अधिकारियों को अपराध, भ्रष्टाचार और माफियागिरी पर कठोर कार्यवाही करने के निर्देश दिए. यह भी पढ़ें : छात्रों, कर्मचारियों को बिना थर्मल स्कैनिंग के स्कूल में प्रवेश न करने दिया जाए : दिल्ली सरकार

मुख्यमंत्री योगी ने सभी मंत्रियों से कहा कि आपको यह जानकारी होनी चाहिए कि हमें पांच साल पहले प्रदेश किस हालत में मिला था और आज क्या स्थिति है. साथ ही हमें देश में यूपी को नंबर एक बनाने के लिए क्या करना है. अब आपको शासन की सभी योजनाओं की जानकारी हो गई है. इसके आधार पर एक्शन प्लान बनाकर विभागीय बैठक भी करें.

योगी का लोक कल्याण के साथ तकनीकी और रोजगार पर फोकस है. उन्होंने अधिक से अधिक लेटेस्ट तकनीक के उपयोग पर जोर दिया है, ताकि पूरी व्यवस्था पारदर्शी और भ्रष्टाचार मुक्त हो. उन्होंने प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से अधिक से अधिक लोगों को रोजगार दिलाने के लिए शिक्षा व्यवस्था में सुधार से लेकर विभागों को भी इस दिशा में कदम उठाने के निर्देश दिए हैं.

मुख्यमंत्री योगी ने मंत्रियों से कहा है कि वह शनिवार और रविवार को फील्ड में रहें. धरातल पर लोगों की समस्याओं को समझें और सुझाव दें. उनके फीड बैक पर सोमवार या मंगलवार को आगे की कार्य योजना तय की जाएगी. बैठक में शामिल न हो पाने वाले मंत्रियों को सीएम योगी ने फोन कर बात की, उनकी समस्याओं को समझा और बैठक में शामिल होने के लिए भी कहा.