वाराणसी, 17 अगस्त : समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव शनिवार को वाराणसी के बाबतपुर एयरपोर्ट पहुंचे. यहां उन्होंने शिक्षक भर्ती मामले पर कोर्ट के फैसले का स्वागत किया. साथ ही आगामी उपचुनाव में अपनी जीत का भी दावा किया.
कन्नौज से सांसद अखिलेश यादव शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचे. यहां पर सपा कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया. इस दौरान उन्होंने यूपी में 69 हजार शिक्षक भर्ती मामले में कोर्ट के फैसले का स्वागत किया. अखिलेश यादव ने इसे शिक्षक अभ्यर्थियों की संयुक्त जीत बताते हुए उन्हें शुभकामनाएं दी. यह भी पढ़ें : हरियाणा चुनाव से पहले JJP को बड़ा झटका, पूर्व मंत्री देवेंद्र बबली ने छोड़ी पार्टी, 4 विधायकों ने दिया इस्तीफा
उन्होंने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा, ''69000 शिक्षक भर्ती भी आखिरकार भाजपाई घपले, घोटाले और भ्रष्टाचार की शिकार साबित हुई. यही हमारी मांग है कि नए सिरे से न्यायपूर्ण नई सूची बने, जिससे पारदर्शी और निष्पक्ष नियुक्तियां संभव हो सके और प्रदेश में भाजपा काल मे बाधित हुई शिक्षा-व्यवस्था पुनः पटरी पर आ सके. हम नई सूची पर लगातार निगाह रखेंगे और किसी भी अभ्यर्थी के साथ कोई हकमारी या नाइंसाफी न हो, ये सुनिश्चित करवाने में कंधे-से-कंधा मिलाकर अभ्यर्थियों का साथ निभाएंगे. ये अभ्यर्थियों की संयुक्त शक्ति की जीत है. सभी को इस संघर्ष में मिली जीत की बधाई और नव नियुक्तियों की शुभकामनाएं!''
दरअसल, यूपी में 69 हजार शिक्षक भर्ती का मामला लंबे समय से चल रहा था. इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच ने शुक्रवार को सुनवाई करते हुए इस भर्ती की मेरिट लिस्ट को रद्द कर दिया. साथ ही कोर्ट ने 3 महीने के भीतर नई मेरिट लिस्ट जारी करने का भी आदेश दिया.
सपा सांसद अखिलेश यादव ने आगामी यूपी उपचुनावों में अपनी जीत पर भरोसा जताया है. उन्होंने कहा कि उपचुनाव में जनता पीडीए (पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक) को जिताएगी. समाजवादी पार्टी और इंडिया गठबंधन ऐतिहासिक जीत हासिल करेगी. इसके बाद अखिलेश यादव सड़क मार्ग से आजमगढ़ के लिए रवाना हो गए, जहां वो लालगंज में निजी अस्पताल का उद्घाटन करेंगे.
बता दें कि उत्तर प्रदेश में 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं. इसमें करहल, मिल्कीपुर, सीसामऊ, कुंदरकी, गाजियाबाद, फूलपुर, मझवां, कटेहरी, खैर और मीरापुर सीट शामिल है. इनमें से नौ सीटें संसद का चुनाव जीतने के बाद खाली हुई हैं. वहीं कानपुर की सीसामऊ सीट सपा विधायक इरफान सोलंकी को सजा मिलने की बाद से रिक्त है.