चेन्नई: तमिलनाडु (Tamil Nadu) के तिरुचिरापल्ली (Thiruchirapalli) के एक मंदिर में रविवार को दर्दनाक हादसा हो गया. दरअसल मंदिर में खास उत्सव के मौके पर पुजारी द्वारा बांटे जाने वाले सिक्के को पाने की मची होड़ भगदड़ (Stampede) बन गई. इसकी चपेट में आने से कम से कम सात श्रद्धालुओं की मौत हो गई है. वहीं इस घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी दुख जताया है.
जानकारी के मुताबिक तिरुचिरापल्ली से करीब 45 किलोमीटर दूर थुरअयूर के पास एक मंदिर में रविवार को एक समारोह के दौरान भगदड़ मचने से सात श्रद्धालुओं की मौत हो गई. इस हादसे में 10 अन्य के घायल होने की भी खबर है. सभी को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
स्थानीय पुलिस के मुताबिक मुथियमपलयम गांव के एक मंदिर में वार्षिक समारोह (पडीकसु) में सैंकड़ों श्रद्धालु जमा हुए थे. इस समारोह के दौरान सिक्कों का वितरण होना था. पुलिस के अनुसार जब पुजारी ने सिक्कों का वितरण शुरू किया तो सिक्के लेने के लिए श्रद्धालुओं के बीच भगदड़ मच गई.
Saddened by the loss of lives due to the stampede at a temple in Thuraiyur, Trichy. My condolences to the families of those who passed away and prayers with the injured. All possible help is being extended by the authorities.
— Chowkidar Narendra Modi (@narendramodi) April 21, 2019
इस भगदड़ में चार महिलाओं सहित सात लोगों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई. जबकि 10 अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. प्रशासन ने इस हादसे की जांच के आदेश दें दिए है. बताया जा रहा है कि इलाके के अधिकतर पुलिसकर्मी लोकसभा चुनाव के बाद EVM मशीन की सुरक्षा में तैनात थे जिसके कारण मंदिर में पुलिस की मौजूदगी ज्यादा नहीं थी. हालांकि पुलिस ने इन आरोपों को खारिज किया है.
An ex- gratia of Rs 2 lakh each for the next of kin of those who passed away has been approved from the PM’s National Relief Fund. Rs 50,000 each for the injured has also been approved.
— Chowkidar Narendra Modi (@narendramodi) April 21, 2019
उधर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हादसे पर दुख जताते हुए प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से मृतकों के परिजनों को 2 लाख रुपये की सहायता राशि और प्रत्येक घायलों को इलाज के लिए 50,000 रुपये देने का ऐलान किया है.
भारत विभिन्न धर्मों और विविध धार्मिक मान्यताओं वाला विशाल देश है. यहां पूरे वर्ष धार्मिक उत्सव और त्यौहार मनाए देव की आराधना करते हैं, लेकिन ऐसे मौकों पर जरा सी लापरवाही से बड़े हादसे होने का अंदेशा सदैव बना रहता है.