हरियाणा: तबलीगी जमात के सदस्य अरशद अहमद ने COVID-19 मरीजों के लिए दो बार दान किया प्लाज्मा, बोले- हम सभी को सरकार के दिशानिर्देशों का करना चाहिए पालन
तबलीगी जमात के सदस्य अरशद अहमद (Photo Credits: ANI)

कोरोना वायरस संक्रमण (Coronavirus) के बढ़ते प्रकोप की रोकथाम के लिए देश में लागू लॉकडाउन (Lockdown) का दूसरा चरण 3 मई को खत्म हो रहा है, लेकिन इस महामारी से संक्रमितों की तादात में लगातार हो रही बढ़ोत्तरी के मद्देनजर लॉकडाउन के तीसरे चरण (Lockdown Extension) का ऐलान किया गया है. तीसरे चरण में लॉकडाउन को 14 दिनों के लिए बढ़ा दिया गया है. दरअसल, लॉकडाउन के बावजूद देश में कोरोना संक्रमण के आकंड़ों में तेजी से इजाफा हो रहा है. हालांकि राहत की बात यह भी है कि इलाज के जरिए मरीज ठीक भी हो रहे हैं और इलाज के बाद कोविड-19 (COVID-19) के लिए नकारात्मक परीक्षण करने वाले कई लोग अन्य कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए प्लाज्मा (Plasma) दान कर रहे हैं.

कोरोना संक्रमण को मात देने के बाद अन्य कोविड-19 मरीजों के इलाज के लिए तबलीगी जमात (Tablighi Jamaat) के सदस्य अरशद अहमद (Arshad Ahmed) ने दो बार अपना प्लाज्मा दान (Donated Plasma Twice) किया है. उनका कहना है कि अगर उन्हें 10 बार अपना प्लाज्मा दान करने की जरूरत पड़ी तो वो ऐसा करने से पीछे नहीं हटेंगे. उन्हें हरियाणा स्थित एम्स के कोविड-19 सेंटर में भेजा गया था, जहां इलाज के बाद उन्होंने कोरोना के लिए नकारात्मक परीक्षण किया है. यह भी पढ़ें: दिल्ली: कोरोना को मात देने वाले तबरेज खान ने किया प्लाज्मा दान, बोले- सीएम की अपील के बाद लिया फैसला, मुझे खुशी है कि इससे किसी की जिंदगी बचेगी

दो बार किया प्लाज्मा दान 

अरशद अहमद को हरियाणा के झज्जर में कोविड-19 सेंटर में रखा गया था, जहां उनका उपचार किया जा रहा था. उनका कहना है कि डॉक्टर दिन में तीन बार उनका चेकअप करते थे. अपना प्लाज्मा दान करने वाले अरशद कहते हैं कि हम सभी को सरकार के दिशानिर्देशों का पालन करना चाहिए और सभी अधिकारियों के साथ सहयोग करना चाहिए. यह भी पढ़ें: कोविड-19 बीमारी से ठीक हुए तबलीगी जमात के 10 सदस्यों ने दान किया प्लाज्मा

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इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस लॉकडाउन को लेकर सरकार के दिशानिर्देशों का पालन करते हुए हम सभी को अपने घरों में रहना चाहिए. लॉकडाउन के दौरान मस्जिदों में न जाकर हमें घरों में रमजान की नमाज अदा करनी चाहिए. गौरतलब है कि स्वस्थ होने के बाद तबलीगी जमात से जुड़े कई सदस्यों ने अन्य मरीजों के इलाज के लिए अपना प्लाज्मा दान किया है.