19 बंदूकों का लाइसेंस रद्द, गांव की निशानेबाजी प्रतियोगिता में लिया था हिस्सा
मुरैना कलेक्टर भरत यादव ने हाल ही में आयोजित परम्परागत ‘मटकी फोड़ प्रतियोगिता’ (निशानेबाजी) में लाइसेंसी बंदूकों का दुरुपयोग कर लोगों की जान जोखिम में डालने और लाइसेंस की शर्तों का खुलेआम उल्लंघन करने के मामले में 19 लोगों के शस्त्र लाइसेंस तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिये हैं.
भोपाल: मुरैना कलेक्टर भरत यादव ने हाल ही में आयोजित परम्परागत ‘मटकी फोड़ प्रतियोगिता’ (निशानेबाजी) में लाइसेंसी बंदूकों का दुरुपयोग कर लोगों की जान जोखिम में डालने और लाइसेंस की शर्तों का खुलेआम उल्लंघन करने के मामले में 19 लोगों के शस्त्र लाइसेंस तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिये हैं. कलेक्टर ने निलंबित शस्त्रधारकों को आदेश दिया है कि वे सात दिवस के अंदर अपने-अपने निलंबित शस्त्रों को संबंधित थानों में जमा करा दें.
यादव ने कल जारी आदेश में सम्बन्धित थाना प्रभारियों को भी यह निर्देश दिए हैं कि यदि निलंबित शस्त्रधारक समयसीमा में अपने शस्त्र थाने में जमा नहीं कराएं तो उनसे बंदूकें बलपूर्वक लेकर जमा करें. यह प्रतियोगिता 27 अगस्त को जिले के करुआ सांगोली तथा बुड़ावली गांव में हुई थी और इसके लिए पुलिस से अनुमति नहीं ली गई थी. यादव ने कहा कि यह आदेश मुरैना जिले के पुलिस अधीक्षक अमित सांघी द्वारा प्रतिवेदित एक रिपोर्ट के बाद जारी किया गया है.
यादव ने कहा कि कलेक्टर को प्रतिवेदित रिपोर्ट में पुलिस अधीक्षक द्वारा कहा गया है कि रक्षाबंधन के बाद 27 अगस्त को जिले के करुआ सांगोली तथा बुड़ावली गांव में पुलिस की अनुमति के बिना के मटकी फोड़ प्रतियोगिता निशानेबाजी का आयोजन किया गया था. इसमें इन शस्त्रधारकों द्वारा अपनी लाइसेंसी हथियारों का लापरवाही इस्तेमाल किया गया, जबकि कुछ लाइसेंसधारकों ने शस्त्र दूसरे लोगों को दिये जिन्होंने मटकी फोड़ने के नाम पर ताबड़तोड़ फायरिंग की.
उन्होंने बताया कि पुलिस अधीक्षक ने प्रतिवेदित किया है कि इसी फायरिंग के दौरान नूराबाद थाने के करुआ गांव निवासी बंदूक लाइसेंसी रामवीर गुर्जर ने अपनी बंदूक भतीजे सत्येंद्र गुर्जर को दे दी. उसने मौके पर लापरवाही से बंदूक चलाई। बंदूक चलाने के दौरान बंदूक की नली फट गई जिसमें सत्येंद्र सिंह सहित 5 लोग घायल हुए.