नई दिल्ली : अयोध्या (Ayodhya) राम जन्मभूमि (Ram Janmbhoomi)-बाबरी मस्जिद (Babri Masjid) भूमि विवाद (Land Dispute) मामले में आज सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में सुनवाई होने वाली है. इस विवादित मामले पर सुबह 10.30 बजे से सुप्रीम कोर्ट की पांच जजों की संवैधानिक पीठ इलाहाबाद हाईकोर्ट (Allahabad High court) के फैसले के खिलाफ दायर याचिका पर सुनवाई करेगी. इस संवैधानिक पीठ की अगुवाई मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई करेंगे और उनके साथ इस पीठ में जस्टिस एसए बोबडे, जस्टिस एनवी रमना, जस्टिस यूयू ललित और जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ शामिल हैं.
ज्ञात हो कि शार्ष अदालत में यह मामला पिछले 10 सालों से लंबित है और इस विवादित मामले में पिछली सुनवाई बीते 4 जनवरी को हुई थी. इस सुनवाई के दौरैान मुख्य न्यायधीश रंजन गोगोई और जस्टिस संजय किशन कौल की पीठ ने कहा था कि इस मामले की सुनवाई उचित पीठ के सामने 10 जनवरी को की जाएगी,
दरअसल, अयोध्या में राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद से संबंधित 2.77 एकड़ भूमि के मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट के 30 सितंबर, 2010 के 2:1 के बहुमत के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में 14 अपीलें दायर की गई हैं. हाईकोर्ट ने इस फैसले में विवादित भूमि को सुन्नी वक्फ बोर्ड, निर्मोही अखाड़ा और रामलला विराजमान के बीच बराबर-बराबर बांटने का आदेश दिया था. यह भी पढ़ें: सवर्ण आरक्षण को राज्यसभा में मंजूरी, 10 घंटे चली जोरदार बहस के बाद पास हुआ बिल
हालांकि इस फैसले के खिलाफ अपील दायर होने पर शीर्ष अदालत ने मई 2011 में हाईकोर्ट के फैसले पर रोक लगाने के साथ विवादित स्थल पर यथास्थिति बनाए रखने का आदेश दिया था. बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने बीते 29 अक्टूबर को अयोध्या केस की सुनवाई उचित पीठ के सामने जनवरी 2019 से करने का आदेश दिया था. जिसके बाद इस फैसले पर राम मंदिर निर्माण की मांग कर रहे साधु संत समाज ने नाराजगी जाहिर करते हुए राम मंदिर निर्माण को लेकर सरकार पर दबाव बनाया.
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुछ समय पहले ही एक इंटरव्यू के दौरान यह साफ किया था कि उनकी सरकार अयोध्या मामले में कोर्ट के फैसले का इंतजार करेगी और आज इस मामले में होने वाली सुनवाई पर हर किसी की निगाहें टिकी हुई हैं.