लुधियाना में COVID-19 लॉकडाउन के दौरान आत्महत्या और घरेलू हिंसा के मामले बढ़े: डीसीपी अखिल चौधरी
अखिल चौधरी ने कहा, "लुधियाना, पंजाब में लॉकडाउन के दौरान आत्महत्या और घरेलू हिंसा के मामले बढ़ गए हैं. उन्होंने कहा, आत्महत्या के पीछे डिप्रेशन, वित्तीय समस्याएं और बेरोजगारी के कारण हैं.
लुधियाना: पंजाब के लुधियाना (Ludhiana) में कोरोना वायरस (Coronavirus) के बढ़ते मामलों के साथ, शहर में आत्महत्या (Suicide) और घरेलू हिंसा (Domestic Violence) के मामलों में भी वृद्धि देखी गई है. पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) अखिल चौधरी ने (DCP Akhil Chaudhary) लॉकडाउन के बाद से, आत्महत्या के 100 मामले और घरेलू हिंसा के 1500 मामले दर्ज किए हैं. उन्होंने कहा कि लॉकडाउन से पहले आत्महत्या के 60 और घरेलू हिंसा के 850 मामले दर्ज किए गए थे.
अखिल चौधरी ने कहा, "लुधियाना, पंजाब में लॉकडाउन के दौरान आत्महत्या और घरेलू हिंसा के मामले बढ़ गए हैं. इस साल लॉकडाउन से पहले 60 आत्महत्या के मामले और घरेलू हिंसा की 850 शिकायतें दर्ज की गई थीं. लॉकडाउन के दौरान आत्महत्या के 100 मामले और 1500 घरेलू शिकायतें दर्ज की गई हैं." यह भी पढ़ें: हैदराबाद में पति के उत्पीड़न से तंग आकर 31 वर्षीय महिला ने की आत्महत्या, FIR दर्ज.
पुलिस अधिकारी के अनुसार प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि शहर में आत्महत्या के पीछे डिप्रेशन, वित्तीय समस्याएं और बेरोजगारी के कारण हैं. चौधरी ने कहा, "यह भी देखा गया है कि 30-40 आयु वर्ग के लोगों के बीच आत्महत्या के प्रति रूझान बढ़ रहा है."
कोरोना संकट के चलते देशभर में 23 मार्च से लॉकडाउन है. हालांकि, सरकार द्वारा कई गतिविधियों पर छूट दे दी गई है. हालांकि, यात्रा, सिनेमा हॉल आदि पर अभी भी कुछ प्रतिबंध हैं.
केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के ताजा अपडेट के मुताबिक, पंजाब COVID-19 से अब तक 5,056 लोग संक्रमित हो चुके हैं. इनमें से 1,608 सक्रिय मामले हैं, जबकि 3,320 लोग इस महामारी को मात देने में सफल हुए हैं. राज्य में संक्रमण के कारण अब तक,128 लोगों की मौत हो चुकी है.