मोदी सरकार का बड़ा फैसला: मजदूरों-छात्रों और पर्यटकों को अपने घर पहुंचाने के लिए चलाएगी 6 स्पेशल ट्रेन, यहां पढ़े रूट
देश में कोरोना वायरस के प्रसार को कम करने के लिए लगाए गए लॉकडाउन का सबसे अधिक असर गरीबों, दूसरे राज्यों में पढ़ाई करने वाले स्टूडेट्स, पर्यटक और रोजाना मजदूरी करके पेट भरने वाले लोगों पर पड़ा है. बड़ी संख्या में ऐसे लोग हैं जो अन्य राज्यों में फंसे पड़े हैं. उन्हें इंतजार है कि सरकार कब हरी झंडी दिखाएगी और कब वे अपने राज्य में पहुंचेंगे. लोगों की तकलीफों को देखते हुए मोदी सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. अलग-अलग राज्यों में फंसे प्रवासी मजदूरों और छात्रों के साथ ही तीर्थयात्रियों, पर्यटकों और अन्य व्यक्तियों के आज से 6 विशेष ट्रेन चालाने की योजना बनाई है.
देश में कोरोना वायरस के प्रसार को कम करने के लिए लगाए गए लॉकडाउन का सबसे अधिक असर गरीबों, दूसरे राज्यों में पढ़ाई करने वाले स्टूडेट्स, पर्यटक और रोजाना मजदूरी करके पेट भरने वाले लोगों पर पड़ा है. बड़ी संख्या में ऐसे लोग हैं जो अन्य राज्यों में फंसे पड़े हैं. उन्हें इंतजार है कि सरकार कब हरी झंडी दिखाएगी और कब वे अपने राज्य में पहुंचेंगे. लोगों की तकलीफों को देखते हुए मोदी सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. अलग-अलग राज्यों में फंसे प्रवासी मजदूरों और छात्रों के साथ ही तीर्थयात्रियों, पर्यटकों और अन्य व्यक्तियों के आज से 6 विशेष ट्रेन चालाने की योजना बनाई है.
एएनआई की खबर के मुताबिक यह स्पेशल ट्रेन जिस रूट पर दौड़ेंगी वे इस प्रकार हैं. लिंगमपल्ली से हटिया, अलुवा से भुवनेश्वर, नासिक से लखनऊ, नासिक से भोपाल, जयपुर से पटना और कोटा से हटिया तक चलाने का फैसला लिया गया है. बता दें कि कोरोनो वायरस बढ़ते प्रकोप के बाद देश में लॉकडाउन लगाया गया था, इस दौरान ट्रेन सेवा को भी कैंसल कर दिया गया था. लेकिन लगभग 40 दिनों बाद, भारतीय रेलवे ने शुक्रवार को पहली विशेष ट्रेन चलाई, जो प्रवासियों को तेलंगाना से लेकर झारखंड के लिए रवाना हुई.
ANI का ट्वीट:-
ट्रेन में आईआईटी-हैदराबाद कैंपस के ज्यादातर प्रवासी कामगार सवार थे. यह ट्रेन नॉन स्टॉप ट्रेन है जो कि सुबह पांच बजे लिंगमपल्ली स्टेशन से रवाना हुई, और रात लगभग 11 बजे झारखंड के हटिया पहुंचेगी. ट्रेन के अंदर तैनात आरपीएफ के जवान नियमों पर नजर रखेंगे.