US Presidential Election 2024: अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव 2024 के लिए आज, 5 नवंबर को मतदान हो रहा है. इस बीच, तमिलनाडु के एक छोटे से गांव थुलसेंद्रपुरम में डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार कमला हैरिस की जीत के लिए विशेष प्रार्थना की गई. यह गांव कमला हैरिस का पैतृक स्थान है, जहां उनके दादा लगभग एक सदी पहले पैदा हुए थे. कमला हैरिस इतिहास के एक महत्वपूर्ण मोड़ पर हैं, क्योंकि अगर वह चुनाव में जीत दर्ज करती हैं, तो वह अमेरिका की पहली महिला राष्ट्रपति बन सकती हैं. हैरिस का मुकाबला पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति और रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप से है.
तमिलनाडु के थुलसेंद्रपुरम गांव में कमला हैरिस के समर्थन में मंदिर के बाहर एक बड़ा बैनर लगाया गया है, जिसमें "इस भूमि की बेटी" को शुभकामनाएं दी गई हैं. बैनर पर हैरिस और उनके दादा का नाम लिखा हुआ है.
कमला हैरिस की जीत के लिए तमिलनाडु के थुलसेंद्रपुरम में विशेष पूजा
#WATCH | Tamil Nadu: Special Puja offered for the victory of US Presidential candidate Kamala Harris at her ancestral village Thulasendrapuram
The US presidential elections are set to take place on November 5, with Harris going against former US President and Republican… pic.twitter.com/vgksDFVDtR
— ANI (@ANI) November 5, 2024
गांववासियों ने 2020 के चुनावों में भी हैरिस की सफलता के लिए प्रार्थना की थी, जब वह अमेरिका की उप राष्ट्रपति बनी थीं. कमला हैरिस अक्सर अपने भारतीय मूल के साथ अपने जुड़ाव की कहानियां साझा करती हैं, जिसमें चेन्नई (तब मद्रास) की उनकी बचपन की यात्राएं और अपने नाना-नानी के साथ बिताए गए यादगार पल शामिल हैं.
हैरिस के दादा पीवी गोपालन का जन्म थुलसेंद्रपुरम में हुआ था. वह चेन्नई में वरिष्ठ सरकारी अधिकारी के रूप में काम करते हुए वहां से सेवानिवृत्त हुए. पीवी गोपालन ने जाम्बिया में भी राजनयिक के रूप में काम किया था. कमला हैरिस की मां श्यामला गोपालन एक बायोमेडिकल वैज्ञानिक थीं. वह भी थुलसेंद्रपुरम में पैदा हुई थीं, जो बाद में अमेरिका चली गई थीं. हैरिस की आत्मकथा में, उन्होंने बताया कि उनके परिवार की महिलाओं ने उनके नेतृत्व पर गहरा प्रभाव डाला. उन्होंने लिखा, “मेरी मां मेरी दादी की ताकत और बहादुरी का प्रतीक हैं.”