ट्रंप के इनकार के बाद द.अफ्रीकी राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा होंगे गणतंत्र दिवस के चीफ गेस्ट, भारत के न्योते को किया स्वीकार
पीएम मोदी ने अर्जेंटीना की राजधानी ब्यूनस आयर्स में आयोजित जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान सिरिल से दोनों लोगों की मुलाक़ात हुई. मुलाकत के बाद पीएम मोदी ने सिरिल को गणतंत्र दिवस के खास अवसर पर मुख्य अतिथि बनने को लेकर आमंत्रित किया. जिसके बाद दक्षिण अफ्रीकी राष्ट्रपति सिरिल ने पीएम मोदी के आमंत्रण को खुशी- खुशी को स्वीकार कर लिया.
नई दिल्ली: भारत सरकार 2019 भारतीय गणतंत्र दिवस (Republic Day) पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को चीफ गेस्ट बनाने को लेकर आमंत्रण भेजा गया था. लेकिन भारत सरकार के इस आमंत्रण को उन्होंने को स्वीकार नहीं किया था. जिसके बाद पीएम मोदी (PM Modi) दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा (South African President Cyril Ramaphosa) को 26 जनवरी के परेड के अवसर पर चीफ गेस्ट बनाना चाहतें थे. जो पीएम मोदी ने अर्जेंटीना की राजधानी ब्यूनस आयर्स में आयोजित जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान दोनों लोगों की मुलाक़ात हुई. मुलाकत के बाद पीएम मोदी ने सिरिल को गणतंत्र दिवस के खास अवसर पर मुख्य अतिथि बनने को लेकर आमंत्रित किया. जिसके बाद दक्षिण अफ्रीकी राष्ट्रपति सिरिल ने पीएम मोदी के आमंत्रण को खुशी- खुशी स्वीकार कर लिया.
बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के (President Donald Trump) गणतंत्र दिवस पर निमंत्रण अस्वीकार करने के बाद भारत एक ऐसे देश की ओर देख रहा था जिसका रणनीतिक और प्रतीकात्मक महत्व हो. दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सायरिल रामफोसा के साथ बैठक के बाद पीएम ने ट्वीट किया कि दक्षिण अफ्रीकी राष्ट्रपति सिरिल से मिलकर खुशी हुई. ऐसे समय जब भारत महात्मा गांधी की 150वीं जयन्ती मना रहा है, 2019 गणतंत्र दिवस समारोह में राष्ट्रपति रामफोसा का मुख्य अतिथि के रूप में स्वागत करना हमारे लिए सम्मान की बात है. दक्षिण अफ्रीका से बापू का करीबी संबंध जगजाहिर है. वहीं आगे अपने पीएम मोदी ने कहा कि कि रामफोसा की भारत यात्रा दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करेगी. यह भी पढ़े: गणतंत्र दिवस पर द.अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा बन सकते हैं भारत के मुख्य अतिथि, डोनाल्ड ट्रंप ने ठुकराया था PM मोदी का यह न्योता
बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने इस साल 26 जनवरी के परेड के अवसर पर चीफ गेस्ट बनने से जो इनकार किया है. उसके पीछे व्हाइट हाउस की तरह से हवाला दिया गया था कि राष्ट्रपति ट्रंप का पहले से ही कार्यक्रम तय है इसलिए भारत के इस खास आमंत्रण को स्वीकार नहीं कर रहें है. ज्ञात हो कि ट्रंप से पहले वर्ष 2015 में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा गणतंत्र दिवस पर भारत के मुख्य अतिथि रह चुके है.