उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर (Bulandshahr) में गोकशी के शक में भड़की हिंसा के मामले में पुलिस ने चार्जशीट फाइल कर दी है. चार्जशीट में 38 लोगों को नामजद किया गया है, जिनमें से 5 पर सुबोध कुमार की हत्या का आरोप है, जबकि 33 पर दंगा भड़काने का आरोप लगाया गया है. बुलंदशहर के एसपी अतुल श्रीवास्तव (SP Atul Srivastav) ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि ये चार्जशीट स्थानीय अदालत में पेश की गई है. चार्जशीट को लेकर चौंकाने वाली बात यह है कि मुख्य आरोपी माने जा रहे स्थानीय बजरंग दल नेता योगेश राज (Yogesh Raj) उन पांच लोगों में शामिल नहीं हैं, जिन सुबोध कुमार की हत्या का आरोप लगाया गया है.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार मुख्य आरोपी माने जा रहे स्थानीय बजरंग दल नेता योगेश राज उन पांच लोगों में शामिल नहीं हैं, जिन सुबोध कुमार की हत्या का आरोप लगाया गया है. सुबोध कुमार हत्या के मामले में प्रशांत नट, लोकेंद्र, राहुल, डेविड और जॉनी को आरोपी बनाया गया है. इन पांचों को सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपी बनाया है. इस सीसीटीवी फुटेज में ये पांचों आरोपी सुबोध कुमार को घेरे हुए दिखाई दे रहे हैं और इसी दौरान उन्हें गोली मारी गई थी.
Atul Srivastav, SP on Bulandshahr violence case: SIT filed a charge sheet against 38 people in a local court, out of the 38 people five have been charged with murder. (02-03-19) pic.twitter.com/lOXzXVWduA
— ANI UP (@ANINewsUP) March 3, 2019
सुबोध को गोली प्रशांत के नाम पर जारी लाइसेंसी रिवॉल्वर से मारी गई थी. चार्जशीट के मुताबिक इन पांचों ने अपना जुर्म भी कुबूल किया है. इन मामले में कई और आरोपियों की तलाश अभी भी जारी है. पुलिस के मुताबिक एक अन्य आरोपी महाव गांव के प्रधान राजकुमार ने भी बीते हफ्ते सरेंडर कर दिया है.
गौरतलब है कि बीते साल दिसंबर में बुलंदशहर में कथित गोकशी की खबरों के बाद खूब बवाल मचा था. यह बवाल देखते ही देखते हिंसात्मक रूप में बदल गया. लोगों ने थाने के बाहर मेन रोड को जाम कर दिया था, और जब पुलिस जाम को हटाने लगी तो लोगों ने पुलिस पर हमला कर दिया. इस बीच पुलिस और भीड़ के बीच जमकर संघर्ष हुआ था, जिसमें एक पुलिस इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की जान चली गई. साथ ही एक स्थानीय नागरिक की मौत हो गई थी.