भोपला: मध्यप्रदेश के सीएम कमलनाथ (Kamal Nath) ने मोदी सरकार द्वारा किए गए ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ (Surgical strike) को लेकर सवाल उठाया थे. उन्होंने अपने बयान में कहा कि इसे लेकर केवल मीडिया में शोर मचाया गया. जब लोगों ने सरकार से इसका सबूत मांगा तो सबूत नहीं दिया गया. इसका मतलब साफ है कि बस केवल मीडिया में सर्जिकल स्ट्राइक दिखाया गया. क्योंकि सरकार की तरफ से कोई सबूत ही नहीं दिये गए. कमलनाथ के इस बयान का बीजेपी की तरफ से विरोध हो ही रहा था कि कांग्रेस खुद बताये कि उसने कितनी बार सर्जिकल स्ट्राइक की थी. बीजेपी के नेताओं के बाद मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) उनके उस बयान पर पलटवार किया है.
मीडिया के बातचीत में चौहान ने कमलनाथ को करारा जवाब दिया है. उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस हमेशा आतंकवादियों का महिमामंडन करती है. लेकिन यही कांग्रेस देशभक्तों का अपमान करती है. ऐसे में यदि इस तरह से सीएम का बयान आता है तो यह एक तरह से सेना के साथ ही देशभक्तों और देश का अपमान है. यह भी पढ़े: सर्जिकल स्ट्राइक के तीन वर्ष: जब पीओके में घुसकर भारतीय सेना ने उरी हमले का बदला लिया! जानें उस रात की रोमांचक कहानी!
कांग्रेस देशभक्तों का अपमान करती है: शिवराज सिंह
Former Madhya Pradesh CM Shivraj Singh Chouhan on MP CM Kamal Nath's statement 'Kehte hain humne surgical strike ki. Kaun si surgical strike ki?':Congress always glorifies terrorists& insults patriots.But if such statement comes from a CM,it's an insult to Army, patriots&country. pic.twitter.com/Vqxbn3qnDW
— ANI (@ANI) February 21, 2020
केशव प्रसाद मौर्य का बयान:
सर्जिकल स्ट्राइक पर कमलनाथ के बयान पर उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य का भी बयान आया है. उन्होंने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस हमेशा देश के सेना का मनोबल तोड़ने और उनका अपमान करने का कम किया है. जब से देश के पीएम के पद से कांग्रेस की विदाई हुई है तब से जैसे वह बौखलाए हुई है.
सर्जिकल स्ट्राइक पर कमलनाथ के बयान पर केशव प्रसाद मौर्य: कांग्रेस ने सदा ही देश की सेना का मनोबल तोड़ने का काम किया है, देश की सेना का अपमान करने का काम कया है। जब से देश के प्रधानमंत्री के पद से कांग्रेस की विदाई हुई है तब से जैसे बौखलाए हुए हैं। pic.twitter.com/0TqeDjT881
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 21, 2020
बता दें कि 18 सितम्बर 2016 को जम्मू कश्मीर के उरी सेक्टर में एलओसी के पास भारतीय सेना के स्थानीय मुख्यालय पर आतंकी हमला हुआ था. जिसमें सेना के 18 जवान शहीद हो गए थे. जिसके बाद भारतीय सेना के जवानों ने बदला लेने का फैसला लेने के बाद 29 सितंबर को भारत की तरफ से सर्जिकल स्ट्राइक किया. जिसमें सेना के जवानों ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में हमला कर कई आतंकियों को मारने के साथ उनके कई ठिकानों को नेस्तनाबूद कर दिया था.