जम्मू-कश्मीर में आज कुछ बड़ा होने की अटकलें हैं. लेकिन सस्पेंस बरकार है. एक तरफ जहां विपक्ष मोदी सरकार से मांग कर रही है कि वे खुलकर बताएं. वहीं केंद्र सरकार में मोदी की सहयोगी पार्टी शिवसेना ने खुलकर सरकार का समर्थन किया है. शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना के माध्यम से कहा कि यह तो भविष्य में पता चल जाएगा कि आतंकवादियों के डर से सरकार ने अमरनाथ यात्रियों को रोक दिया है. अमित शाह की तारीफ़ में कहा कि एक दौर था जब कोई गृहमंत्री कश्मीर दौरे पर जाता था तब उसका विरोध किया जाता था. लेकिन अब अमित शाह जाते हैं तो अलगाववादी और आतंकवादी ने दुम दबा कर बैठ गए.
बता दें कि मोदी सरकार कश्मीर मसले पर बस चंद घंटो में कोई बड़ा फैसला ले सकती है. माना जा रहा है कि इसको देखते हुए ही पूरे घाटी को किले में तब्दील किया गया है. चप्पे-चप्पे पर सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है. कश्मीर (Kashmir) के ज्यादातर इलाकों में मोबाइल इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया गया है. पूर्व मुख्यमंत्रियों उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती को घर से बाहर निकलने की अनुमति नहीं है.
कश्मीर घाटी में कड़े प्रतिबंध लगाने के बाद जम्मू एवं कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्रियों- उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती को सोमवार तड़के से घर से बाहर निकलने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. उधर, जम्मू और कश्मीर के डीजीपी और मुख्य सचिव के साथ राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने बैठक की. सभी स्कूल-कॉलेज और शिक्षण संस्थान बंद रखने के आदेश दिए गए हैं.
गौरतब हो कि शिवसेना हमेशा से कश्मीर और आतंकवाद के मुद्दे को लेकर बड़ी कर्रवाई की मांग कर रही थी. शिवसेना कहती आई है कि सरकार आतंकवादियों के विरोध में कोई भी कदम उठाती है तो पार्टी का पूरा समर्थन उनके साथ है.