शर्मिला ने वाईएसआर तेलंगाना पार्टी का किया कांग्रेस में विलय, कहा- राहुल को पीएम देखना था पिता का सपना

वाईएसआर तेलंगाना पार्टी (वाईएसआरटीपी) के नेता वाई.एस. शर्मिला ने गुरुवार को अपनी पार्टी का कांग्रेस में विलय कर दिया. आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वाई राजशेखर रेड्डी की बेटी शर्मिला एआईसीसी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और शीर्ष नेता राहुल गांधी की उपस्थिति में कांग्रेस में शामिल हुईं.

Y.S. Sharmila

नई दिल्ली, 4 जनवरी : वाईएसआर तेलंगाना पार्टी (वाईएसआरटीपी) के नेता वाई.एस. शर्मिला ने गुरुवार को अपनी पार्टी का कांग्रेस में विलय कर दिया. आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वाई राजशेखर रेड्डी की बेटी शर्मिला एआईसीसी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और शीर्ष नेता राहुल गांधी की उपस्थिति में कांग्रेस में शामिल हुईं. दोनों नेताओं ने पार्टी स्कार्फ पहनाकर उनका कांग्रेस में स्वागत किया. एआईसीसी मुख्यालय में आयोजित कार्यक्रम में शर्मिला के समर्थकों ने नारे लगाए. इस मौके पर शर्मिला के पति अनिल कुमार, एआईसीसी महासचिव के.सी. वेणुगोपाल और आंध्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जी. रुद्र राजू भी उपस्थित थे.

बाद में, शर्मिला ने मीडियाकर्मियों से कहा कि उन्हें वाईएसआरटीपी का कांग्रेस पार्टी में विलय करके खुशी हुई है. शर्मिला ने कहा कि कांग्रेस पार्टी उन्हें जो भी जिम्मेदारी देगी, वह उसे निष्ठा और ईमानदारी से निभाने की कोशिश करेंगी. उन्होंने कहा, "राहुल गांधी को प्रधानमंत्री के रूप में देखना, मेरे पिता का सपना था और मुझे खुशी है कि मैं इसे साकार करने में हिस्सा लेने जा रही हूं." उन्होंने कहा,“तेलुगु लोगों के महान नेता डॉ वाई.एस. राजशेखर रेड्डी ने न केवल जीवन भर कांग्रेस पार्टी की सेवा की, बल्कि कांग्रेस पार्टी की सेवा में अपना जीवन भी दे दिया. आज उन्हें बहुत खुशी होगी कि उनकी बेटी उनके नक्शेकदम पर चल रही है और कांग्रेस पार्टी का हिस्सा बनने जा रही है.” यह भी पढ़ें : Blood not meant for Sale: अब खून के लिए नहीं चुकानी होगी अधिक कीमत, सप्लाई और प्रोसेसिंग फीस के अलावा नहीं देना होगा कोई चार्ज

आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री और वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) के अध्यक्ष वाई.एस.जगन मोहन रेड्डी की बहन शर्मिला ने कहा कि कांग्रेस अभी भी देश की सबसे बड़ी धर्मनिरपेक्ष पार्टी है. उन्होंने कहा, "कांग्रेस पार्टी ने हमेशा भारत की सच्ची संस्कृति को बरकरार रखा और भारत के सभी वर्गों के लोगों को एकजुट करते हुए सभी समुदायों की अटूट सेवा की." शर्मिला ने यह भी कहा कि एक ईसाई होने के नाते वह मणिपुर में हुई क्रूरता से दुखी हैं. उन्होंने कहा, "दो हजार चर्चों को नष्ट कर दिया गया और 60,000 लोग बेघर हो गए." उन्होंने कहा कि इससे उन्हें लगा कि अगर कोई धर्मनिरपेक्ष पार्टी सत्ता में नहीं होगी तो यही होगा. उन्होंने कहा, "इसलिए, मैं आज खुशी-खुशी वाईएसआर तेलंगाना पार्टी का कांग्रेस पार्टी में विलय कर रही हूं, क्योंकि मैं जानती हूं कि कांग्रेस पार्टी समाज के सभी वर्गों का समर्थन करेगी."

वाईएसआर की बेटी ने कहा कि राहुल गांधी ने अपनी भारत जोड़ो यात्रा के माध्यम से भारत के अधिकांश लोगों को बहुत विश्वास दिलाया. उन्होंने दावा किया कि चूंकि कांग्रेस के पास तेलंगाना में जीतने की संभावना थी, इसलिए उन्होंने विनम्रतापूर्वक वाईएसआरटीपी को विधानसभा चुनाव लड़ने से रोक दिया, क्योंकि वह केसीआर विरोधी वोटों को विभाजित नहीं करना चाहती थीं. उन्होंने कहा कि उन्हें खुशी है कि उन्होंने तेलंगाना में कांग्रेस की जीत में योगदान दिया. शर्मिला, जिन्होंने 2019 के चुनावों में वाईएसआरसीपी के लिए सक्रिय रूप से प्रचार किया था, पार्टी के भारी जीत के साथ सत्ता में आने के बाद उन्हें दरकिनार कर दिया गया. 2021 में, उन्होंने तेलंगाना की राजनीति में प्रवेश किया और वाईएसआरटीपी का गठन किया.

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