डिस्क्लेमर: यह लेख केवल जानकारी के उद्देश्यों के लिए है और इसे वित्तीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए. पाठकों को सलाह दी जाती है कि वे अपने वित्तीय निर्णय लेने से पहले स्वतंत्र पेशेवर सलाह लें. लेखक और प्रकाशक इस जानकारी के आधार पर किए गए किसी भी निर्णय या कार्य के लिए जिम्मेदार नहीं होंगे. सभी निवेश जोखिमों के अधीन होते हैं और पाठकों को सावधानी से विचार करने की सलाह दी जाती है.
Share Prices In Focus Today : इन शेयर प्राइस पर आज रहेगा निवेशकों का फोकस, पैसा लगाने से पहले देख लें लिस्ट
Stocks in news: सोमवार को महिंद्रा एंड महिंद्रा, आईटीसी, भारती एयरटेल, इन्फोसिस, बजाज फाइनेंस, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज और टेक महिंद्रा के शेयरों ने मुनाफे में अपना कारोबार समेटा.
Share Prices In Focus : भारतीय शेयर बाजार में आज (8 अक्टूबर) उतार-चढ़ाव का सिलसिला जारी है. दोनों प्रमुख सूचकांक यानी सेंसेक्स और निफ्टी सपाट खुले. हालांकि आज प्री-ओपन सत्र में सेंसेक्स 200 अंक लुढ़का, जबकि निफ्टी 24,850 के नीचे रहा. बाद में बीएसई सेंसेक्स और निफ्टी50 खुले. बीएसई सेंसेक्स 81,000 के ऊपर था, वहीं निफ्टी 50 (Nifty50 update) 24,750 के आसपास रहा. सुबह 10:08 बजे बीएसई सेंसेक्स 86 अंक (0.11%) ऊपर 81,136 पर कारोबार कर रहा था. निफ्टी50 18 अंक (0.073%) की छलांग के साथ 24,813 पर था. आज निवेशकों का फोकस 8 अक्टूबर इन शेयर प्राइस पर रह सकता है। जिमसें टाटा मोटर्स (Tata Motors Share Price), एचईजी (HEG Share Price), टाइटन (Titan Share Price), बेल (BEL Share Price), ल्यूपिन (Lupin Share Price), वेदांत (Vedanta Share Price), एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank Share Price), रिलायंस पावर (Reliance Power Share Price), ओला इलेक्ट्रिक (Ola Electric Share Price), वोडाफोन आइडिया (Vodafone Idea Share Price), नायका (Nykaa Share Price) और इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन (Indian Oil Share Price) शामिल है.
सेंसेक्स व निफ्टी सोमवार (7 अक्टूबर) को लगातार छठे कारोबारी सत्र में लाल निशान पर बंद हुआ. सेंसेक्स 638 अंक गिरकर 81,050 पर और निफ्टी 219 अंक गिरकर 24,796 पर बंद हुआ. भारतीय शेयर बाज़ार में गिरावट के बीच निवेशकों ने महज तीन कारोबारी सत्र में 22 लाख करोड़ रुपये गंवा दिए.
यह भी पढ़ें-रुझानों में BJP की हार के बीच सपाट खुला भारतीय शेयर बाजार, निफ्टी 50 लुढ़का
मार्केट विशेषज्ञों का कहना है कि घरेलू शेयर बाजार में गिरावट का कारण विदेशी निवेशकों की बिकवाली, सेबी के ट्रेडिंग के सख्त दिशानिर्देश, वैश्विक स्तर पर बढ़ता तनाव और कच्चे तेल की बढ़ती कीमतें आदि हैं.