शरद पवार को Twitter पर मिली 'जान से मारने की धमकी', राकांपा ने पुलिस से की शिकायत
राकांपा प्रमुख प्रवक्ता महेश तापसे ने कहा कि पार्टी ने साइबर पुलिस सेल में शिकायत दर्ज कर जांच की मांग की है, जबकि इंडिया अगेंस्ट करप्शन के अध्यक्ष हेमंत पाटिल ने धमकी देने वाले के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग की है. सत्तारूढ़ शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस के कई अन्य राजनीतिक नेताओं ने भी 81 वर्षीय पवार को दी गई धमकियों पर अपनी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है.
मुंबई: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के अध्यक्ष शरद पवार (Sharad Pawar) को सोशल मीडिया (Social Media) पर 'जान से मारने की धमकी' मिलने के बाद महाराष्ट्र (Maharashtra) की महा विकास अघाड़ी सरकार में हड़कंप मच गया है. राकांपा ने शुक्रवार को मुंबई पुलिस (Mumbai Police) की साइबर सेल (Cyber Cell) में शिकायत दर्ज कराई. राकांपा सुप्रीमो का जिक्र करते हुए मराठी में 11 मई की धमकी में कहा गया है, "बारामती के 'गांधी' और बारामती के लिए नाथूराम गोडसे तैयार करने का समय आ गया है." Mumbai: प्रदर्शन कर रहे परिवहन निगम के कर्मचारियों ने शरद पवार के घर पर किया पथराव, लाठीचार्ज
अप्रत्यक्ष रूप से दी गई इस धमकी भरे ट्वीट को निखिल भामरे नामक व्यक्ति द्वारा पोस्ट किया गया था, जिसमें यह भी लिखा गया था, "बारामती अंकल, माफ कीजिएगा." हालांकि जिस संदर्भ में धमकियां जारी की गई हैं, वह फिलहाल स्पष्ट तो नहीं है, मगर पिछले कुछ दिनों में इसे लाइक किया गया और कई लोगों द्वारा ट्वीट भी किया गया है.
राकांपा के आवास मंत्री जितेंद्र आव्हाड ने इस धमकी का गंभीरता से संज्ञान लेते हुए खेद व्यक्त किया और पुलिस को धमकी देने वाले अक्षात व्यक्ति के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की अपील की. उन्होंने महाराष्ट्र के पुलिस महानिदेशक और मुंबई, ठाणे और पुणे के पुलिस आयुक्तों का भी ध्यान आकर्षित किया.
वहीं शिवसेना की प्रवक्ता मनीषा कायंडे ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि यह अनुमान लगाने की कोई जरूरत नहीं है कि पवार को मारने की धमकियों के पीछे कौन सी टीम है, क्योंकि 'हर कोई जानता है कि गोडसे की पूजा कौन करता है'. इसके साथ ही उन्होंने गृह मंत्री दिलीप वालसे-पाटिल से इस पर गंभीरता से ध्यान देने का आग्रह किया.
उन्होंने कहा, "यह हत्या के लिए एक स्पष्ट खतरा है और उनके वैचारिक स्तर को दर्शाता है. इसे जारी करने वालों से सबसे सख्ती से निपटा जाना चाहिए. अतीत में, डॉ नरेंद्र दाभोलकर, प्रो एमएम कलबुर्गी और गोविंद पानसरे की हत्या इन समान विचारधारा वाले तत्वों द्वारा की गई थी."
कांग्रेस के राज्य महासचिव सचिन सावंत ने कहा कि लोगों के लिए यह सोचने का समय है कि 'भारतीय जनता पार्टी और संघ परिवार के समाज को हिंसक और विकृत बनाने के प्रयासों ने देश को कहां धकेला है'.
उन्होंने कहा, "नफरत और अवमानना आज के युवाओं को भविष्य का हत्यारा बना रही है और मैं सरकार से इन लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आग्रह करता हूं."
शिवसेना राज्य मंत्री किशोर तिवारी ने कहा कि ठीक एक महीने पहले, पवार के घर (8 अप्रैल) को शत्रुतापूर्ण ताकतों और पुलिस के वर्गों द्वारा हिंसक हमला किया गया था, जो अभी भी भाजपा के प्रति वफादार हैं.
उन्होंने कहा, "हाल की पृष्ठभूमि के मद्देनजर इस ताजा खतरे को हल्के में नहीं लिया जाना चाहिए और महा विकास अघाड़ी सरकार को पवार और उनके परिवार की सुरक्षा बढ़ाने के लिए कदम उठाना चाहिए."
राकांपा प्रमुख प्रवक्ता महेश तापसे ने कहा कि पार्टी ने साइबर पुलिस सेल में शिकायत दर्ज कर जांच की मांग की है, जबकि इंडिया अगेंस्ट करप्शन के अध्यक्ष हेमंत पाटिल ने धमकी देने वाले के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग की है. सत्तारूढ़ शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस के कई अन्य राजनीतिक नेताओं ने भी 81 वर्षीय पवार को दी गई धमकियों पर अपनी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है.