Shambhu Border Farmer Protest Live: शंभू बॉर्डर पर बुलडोजर एक्शन, विपक्ष ने कहा- ‘AAP सरकार ने किसानों के साथ किया विश्वासघात’
पंजाब के शंभू और खनौरी बॉर्डर पर पुलिस ने बुलडोजर कार्रवाई करते हुए किसानों के धरनास्थल खाली करवाए और 200 से अधिक किसानों को हिरासत में लिया. इलाके में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं, जिससे संचार बाधित हुआ है. पुलिस कार्रवाई के बाद किसान फिर एकजुट होने लगे हैं, जिससे टकराव बढ़ने के आसार हैं.
शंभू और खनौरी बॉर्डर से किसानों को हटाए जाने के बाद किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के नेता सतनाम सिंह पन्नू ने AAP और केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला. उन्होंने कहा कि भगवंत मान सरकार ने मोदी सरकार के साथ मिलकर किसानों पर अत्याचार किया है और इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी. पन्नू ने ऐलान किया कि किसानों के खिलाफ की गई कार्रवाई के विरोध में पंजाब और हरियाणा के डिप्टी कमिश्नरों के दफ्तरों के बाहर धरना-प्रदर्शन किया जाएगा. विपक्ष पहले ही AAP और भाजपा पर किसानों को धोखा देने का आरोप लगा चुका है, अब किसान संगठनों ने भी आंदोलन तेज करने की चेतावनी दी है.
पंजाब पुलिस द्वारा किसान नेताओं की गिरफ्तारी और शंभू-खनौरी बॉर्डर खाली कराए जाने पर विपक्ष ने आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार पर तीखा हमला बोला है. भाजपा नेता अमित मालवीय ने कहा कि जो पार्टी दिल्ली में किसानों को समर्थन दे रही थी, वही अब पंजाब में उनके टेंट पर बुलडोजर चला रही है. कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने इसे ‘किसानों के साथ महाभारत जैसा धोखा’ बताया. पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा कि AAP और भाजपा दोनों किसानों के खिलाफ एकजुट हो गए हैं. अकाली दल ने भी आरोप लगाया कि भगवंत मान सरकार ने किसानों को धोखा दिया और यह कार्रवाई केंद्र सरकार के दबाव में हुई है. विपक्षी दलों ने इसे किसानों के अधिकारों का हनन बताते हुए आंदोलन तेज करने की चेतावनी दी है.
हरियाणा-पंजाब शंभू बॉर्डर पर पुलिस का बड़ा एक्शन जारी है. हरियाणा पुलिस ने बुलडोजर की मदद से कंक्रीट के बैरिकेड्स हटा दिए, जो किसानों की आवाजाही रोकने के लिए लगाए गए थे.
इससे पहले, बुधवार देर शाम पंजाब पुलिस ने प्रदर्शनकारी किसानों को धरना स्थल से हटा दिया था. किसान विभिन्न मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे, लेकिन पुलिस ने बिना किसी चेतावनी के उनके टेंट और अस्थायी ढांचे हटा दिए.
शंभू और खनौरी बॉर्डर पर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए किसानों को हटा दिया और उनके अस्थायी ढांचों को तोड़ दिया. इस दौरान कई किसानों को हिरासत में लिया गया और इलाके में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है.
इस कार्रवाई पर पहलवान और कांग्रेस नेता बजरंग पुनिया ने कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि सभी देशवासियों को किसानों के साथ खड़ा होना चाहिए. किसान लंबे समय से अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे, लेकिन बिना किसी चेतावनी के पुलिस ने उनके टेंट हटा दिए.
पंजाब सरकार एक साल बाद एक्शन में आई और बिना किसी चेतावनी के किसानों के टेंट बुलडोजर से हटा दिए. शंभू और खनौरी बॉर्डर पर कई बुलडोजर उतारे गए, जो घंटों तक किसानों के अस्थाई ठिकानों को ध्वस्त करते रहे. अचानक हुई इस कार्रवाई से किसान हैरान रह गए.
पंजाब पुलिस ने एक साथ दोनों बॉर्डर पर धावा बोलते हुए किसानों को खदेड़ दिया. इस दौरान 200 से अधिक किसानों को हिरासत में लिया गया और इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गईं. किसान संगठनों ने इस कार्रवाई का विरोध करते हुए जल्द ही नई रणनीति की घोषणा करने की बात कही है.
चंडीगढ़: किसान आंदोलन को लेकर हरियाणा में पुलिस का पहरा बढ़ा दिया गया है, जबकि पंजाब के बठिंडा में किसानों ने चक्का जाम करने का ऐलान किया है. किसान तलवंडी चौक, रामपुरा मोड़ चौक और जींदा टोल प्लाजा को जाम करेंगे.
इससे पहले, शंभू और खनौरी बॉर्डर पर पुलिस की बुलडोजर कार्रवाई और 200 से अधिक किसानों की गिरफ्तारी के बाद आंदोलन और तेज हो गया है. सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर हैं, जबकि किसान संगठनों ने आंदोलन जारी रखने की चेतावनी दी है.
Kisan Andolan Shambhu Border Live: पंजाब के शंभू और खनौरी बॉर्डर पर 13 महीने से जारी किसान आंदोलन पर बड़ी कार्रवाई हुई है. पुलिस ने दोनों बॉर्डर को पूरी तरह खाली करवा दिया है. इस दौरान मंच, टेंट और बैनर हटाए गए, और इलाके में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है. किसान नेता सरवन पंढेर और जगजीत सिंह डल्लेवाल सहित 200 से अधिक किसानों को हिरासत में लिया गया है.
रातभर चला पुलिस ऑपरेशन
शंभू बॉर्डर पर देर रात तक पुलिस का ऑपरेशन जारी रहा. प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया. पंजाब पुलिस ने किसानों के टेंट उखाड़ दिए और सभी अस्थायी संरचनाओं को हटा दिया.
पटियाला के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) नानक सिंह ने कहा, "पूरी सड़क को साफ कर यातायात के लिए खोल दिया जाएगा."
किसान नेताओं की गिरफ्तारी पर रोष
किसान नेता राकेश टिकैत ने हिरासत में लिए गए नेताओं को लेकर नाराजगी जताई. उन्होंने कहा,
"केंद्र सरकार ने किसानों के साथ अगली बैठक की तारीख 4 मई तय की थी, लेकिन बैठक से लौट रहे किसान नेताओं को हिरासत में ले लिया गया. इससे देशभर के किसानों में गुस्सा है. पंजाब सरकार को जल्द समाधान निकालना चाहिए."
इंटरनेट बंद, माहौल तनावपूर्ण
पुलिस कार्रवाई के बाद शंभू और खनौरी बॉर्डर के आसपास इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं, जिससे किसानों के बीच संचार प्रभावित हुआ है. किसान संगठनों ने इस कार्रवाई की कड़ी निंदा करते हुए जल्द ही आगे की रणनीति तय करने का ऐलान किया है.
स्थिति को देखते हुए बॉर्डर क्षेत्र में पुलिस बल की तैनाती बढ़ा दी गई है और यातायात बहाल करने की तैयारी की जा रही है.