अमित शाह ने MP में फूंका भाजपा का चुनावी शंख, ‘श्रीमान बंटाधार’ और ‘करप्शन नाथ’ पर बोले तीखे हमले

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मध्यप्रदेश में इस साल के आखिर में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए रविवार को सत्तारूढ़ भाजपा के अभियान का शंख फूंका और पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि वे रिकॉर्ड बहुमत की सरकार बनाने को मैदान में उतर जाएं.

 Madhya Pradesh Assembly Election 2023: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मध्यप्रदेश में इस साल के आखिर में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए रविवार को सत्तारूढ़ भाजपा के अभियान का शंख फूंका और पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि वे रिकॉर्ड बहुमत की सरकार बनाने को मैदान में उतर जाएं.

उन्होंने यहां अपने भाषण में "श्रीमान बंटाधार" और "करप्शन नाथ" जैसे संबोधनों का बार-बार इस्तेमाल करके मुख्य प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के खिलाफ भाजपा के चुनाव प्रचार की रणनीति की स्पष्ट झलक भी पेश की. शाह ने कहा कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार और मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार‘‘डबल इंजन सरकार’’ के तौर पर प्रदेश को देश का नम्बर-एक राज्य बनाएगी. PM Modi Pune Visit: पीएम मोदी 1अगस्त को पुणे दौरे पर, मेट्रो ट्रेन को हरी झंडी दिखाने के साथ ही कई अन्य परियोजनाओं की देंगे सौगात

उन्होंने यहां भाजपा के ‘‘विजय संकल्प सम्मेलन’’ के दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा, "कमलनाथ की पूर्ववर्ती सरकार में महज डेढ़ साल के भीतर वर्ग-1 के 18,000 से ज्यादा अधिकारियों के तबादले कर दिए गए थे. इस सरकार के कार्यकाल में दलालों की मदद से केवल एक उद्योग शुरू किया गया था-तबादला उद्योग. इससे लोगों को श्रीमान बंटाधार का शासन याद आ गया था."

शाह ने कहा,"श्रीमान बंटाधार और "करप्शन नाथ की सरकारों के वक्त राज्य का बजट महज 23,000 करोड़ रुपये का था, जबकि शिवराज सिंह चौहान की मौजूदा सरकार ने वित्त वर्ष 2023-24 के लिए 3.14 लाख करोड़ रुपये का बजट पेश किया है."

भाजपा ने राज्य में 2003 के विधानसभा चुनाव के दौरान उमा भारती की अगुवाई वाले प्रचार अभियान में तत्कालीन मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के खिलाफ ‘‘श्रीमान बंटाधार’’ शब्द का इस्तेमाल किया था, जबकि पिछले महीने राज्य में अज्ञात लोगों द्वारा लगाए गए पोस्टरों पर कमलनाथ की तस्वीर के साथ ‘‘करप्शन नाथ’’ के संबोधन का उपयोग किया गया था.

केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा,‘‘श्रीमान बंटाधार और करप्शन नाथ सुन लें कि कांग्रेस ने (जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले) अनुच्छेद 370 को 70 साल तक गोदी में अपने बच्चे की तरह पाल कर रखा था, जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह अनुच्छेद हटाकर कश्मीर को भारत के साथ जोड़ दिया.’’

उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि मध्यप्रदेश में डेढ़ साल चली कमलनाथ सरकार ने भाजपा सरकार द्वारा गरीब कल्याण के लिए शुरू की गईं 51 से ज्यादा योजनाएं बंद कर दी थीं ताकि बड़े-बड़े ठेके देकर ठेकेदारों से मोटा कमीशन लिया जा सके.

शाह ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकी ठिकानों के खिलाफ ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ और अयोध्या में राम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण सरीखे मामलों में भी मोदी सरकार के कदमों की सराहना की.

उन्होंने देश की आंतरिक सुरक्षा को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा," 2004 से 2014 के बीच संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) सरकार में पाकिस्तान से आतंकी (भारत) आते थे और वारदातों को अंजाम देकर चले जाते थे, लेकिन तब केंद्र की सरकार उफ्फ तक नहीं करती थी."

शाह ने श्रोताओं से पूछा,‘‘कांग्रेस अपना नाम बदल ले, फिर भी क्या आप इस पार्टी को वोट दे सकते हैं?’’

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