चंडीगढ़, 14 नवंबर: राजधानी दिल्ली (Delhi) से सटे राज्य पंजाब (Punjab) और हरियाणा (Haryana) में बढ़ते वायु प्रदूषण (Air Pollution) को देखते हुए राज्य सरकारों ने दीपावली (Diwali) के मौके पर पटाखों को फोड़ने की पूर्ण रूप से अनुमति नहीं दी है. राज्य सरकारों के इस फैसले से राजधानी चंडीगढ़ (Chandigarh) में रहने वाले वरिष्ठ नागरिक और जानवरों के मालिक बहुत खुश हैं. एक स्थानीय व्यक्ति ने ANI न्यूज एजेंसी से बात करते हुए बताया कि, 'पटाखों पर बैन हम लोगों के लिए और पशुओं के लिए बहुत अच्छा है. पटाखों की आवाज से ये सारी रात भौंकते रहते थे. प्रदूषण से हमारी और इनकी सेहत पर बुरा असर पड़ता था.'
बता दें कि चंडीगढ़ में पटाखों के फोड़ने पर पूर्ण रूप से रोक लगी है. हाल ही में प्रशासक वीपी सिंह बदनौर ने एक बार फिर स्पष्ट किया था कि चंडीगढ़ में पटाखों पर लगा प्रतिबंध का फैसला सही है और यह जारी रहेगा.
चंडीगढ़: पटाखों पर बैन लगने से वरिष्ठ नागरिक और जानवरों के मालिक खुश हैं। एक स्थानीय व्यक्ति ने बताया, "बैन हम लोगों के लिए और पशुओं के लिए बहुत अच्छा है। पटाखों की आवाज से ये सारी रात भौंकते रहते थे। प्रदूषण से हमारी और इनकी सेहत पर बुरा असर पड़ता था।" pic.twitter.com/6HSlmMdwCp
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 14, 2020
यह भी पढ़ें- देश की खबरें | चंडीगढ़ में कोविड-19 के 449 नये मरीज सामने आए, एक दिन में सबसे अधिक मामलों का रिकॉर्ड
वहीं बदनौर के इस फैसले के बाद शहर के पटाखा व्यापारियों ने इस बार काली दिवाली मनाने की धमकी दी है. व्यापारियों का कहना है कि पहले कोरोना महामारी की वजह से उन्हें काफी नुकसान झेलना पड़ा. अब प्रशासन की वजह से मार झेलनी पड़ रही है.
पटाखा व्यापारियों का कहना है देश में कोरोना महामारी की वजह से लगाए गए लॉकडाउन के कारण उन्हें काफी नुकसान उठाना पड़ा है. इस दौरान वह कोई काम नहीं कर पाए थे. आपको बता दें कि व्यापारियों ने प्रशासन के इस फैसले के विरुद्ध पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट में अर्जी भी दाखिल की थी, लेकिन उन्हें वहां से भी राहत नहीं मिली.