Sengol Case: सेंगोल मुद्दे पर मायावती ने दी सपा से सावधान रहने की सलाह
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) मुखिया मायावती ने शुक्रवार को सेंगोल मामले में समाजवादी पार्टी (सपा) पर हमला बोला. उन्होंने उसके सभी हथकण्डों से सावधान रहने की सलाह दी.
लखनऊ, 28 जून : बहुजन समाज पार्टी (बसपा) मुखिया मायावती ने शुक्रवार को सेंगोल मामले में समाजवादी पार्टी (सपा) पर हमला बोला. उन्होंने उसके सभी हथकण्डों से सावधान रहने की सलाह दी.
बसपा मुखिया मायावती ने शुक्रवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि सेंगोल को संसद में लगाना या नहीं लगाना, इस पर बोलने की बजाय सपा के लिए बेहतर होता कि वह देश के कमजोर एवं उपेक्षित वर्गों के हितों में तथा आम जनहित के मुद्दों को लेकर केन्द्र सरकार को घेरती. सच्चाई यह है कि यह पार्टी अधिकांश ऐसे मुद्दों पर चुप ही रहती है तथा सरकार में आकर कमजोर वर्गों के विरुद्ध फैसले भी लेती है. इनके महापुरुषों की भी उपेक्षा करती है. इस पार्टी के सभी हथकण्डों से सावधान रहें. यह भी पढ़ें : Ram Gopal Yadav on Delhi Rain: दिल्ली के भीषण जलभराव में फंसे सपा सांसद रामगोपाल यादव, कार तक गोद में उठा लेकर गए लोग (Watch Video)
उल्लेखनीय है कि समाजवादी पार्टी ने संसद भवन में सेंगोल को हटाकर उसके स्थान पर संविधान रखने की मांग की है. समाजवादी पार्टी के सांसद आर.के. चौधरी ने एक चिट्ठी लिखकर संसद भवन से सेंगोल को हटाने की मांग की है. अब इसके लेकर भाजपा ने विरोध जताया है. आर.के. चौधरी ने कहा, "संविधान लोकतंत्र का प्रतीक है. पीएम मोदी के नेतृत्व में भाजपा सरकार ने संसद में सेंगोल स्थापित किया. 'सेंगोल' का अर्थ है 'राज-दंड' या 'राजा का डंडा'. रियासती व्यवस्था खत्म होने के बाद देश आजाद हुआ. क्या देश 'राजा के डंडे' से चलेगा या संविधान से? मैं मांग करता हूं कि संविधान को बचाने के लिए सेंगोल को संसद से हटाया जाए."