मुंबई 24 फरवरी: अगर बिजली का बिल 80 करोड़ रुपये आ जाए तो करंट लगना तो स्वाभाविक है. ऐसा ही कुछ महाराष्ट्र के नालासोपारा शहर के 80 वर्षीय निवासी गणपत नाइक का हाल है. हाल ही में लगभग 80 करोड़ रुपये का बिजली बिल प्राप्त करने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया. वहीं महाराष्ट्र राज्य बिजली वितरण कंपनी लिमिटेड (MSEDCL) ने मामले का संज्ञान लिया और बिजली बिल को सही किया.
ज्ञात हो कि, गणपत नाईक एक छोटी सी मिल चलाते हैं. वहीं लॉकडाउन के वजह से वैसे ही उनका कामकाज बंद था. ऐसे में दो महीने का 80 करोड़ रुपये से ज्यादा का बिल देखकर उन्हें और उनके पूरा परिवार को झटका लग गया.
बता दे कि, वह दिल के मरीज हैं और बिल देखकर उनका ब्लड प्रेशर बढ़ गया. जिसके बाद उन्हें मेडिकल जांच के लिए अस्पताल ले जाना पड़ा.
वहीं गणपत नाइक के बेटे नीरज ने कहा, "पहले मुझे लगा कि उन्होंने हमें पूरे जिले का बिल भेज दिया है. जिसके बाद हमने दोबारा जांच की और पता चला की यह हमारा बिल है. हम डर गए क्योंकि बिजली बोर्ड ने सभी से बकाया राशि वसूलना शुरू कर दिया है." साथ ही उन्होंने बताया कि, 80 करोड़ रुपये के बिजली बिल के बारे में खबर पुरे इलाके में फैल गई जिसके बाद MSEDCL ने बिल को सही करने के लिए एक अधिकारी को भेजा.
वहीं पीड़ित गणपत नाईक ने कहा कि बिजली विभाग ऐसा कैसे कर सकता है. बिल भेजने से पहले वो मीटर चेक नहीं करते क्या? ऐसे कैसे किसी को गलत बिल भेज सकते हैं.