समलैंगिकता: दुनिया के इन देशों में सेम सैक्स मैरिज को मिल चुकी है कानूनी मंजूरी
बता दें कि जहां भारत में सेम सेक्स मैरिज को लेकर सुनवाई जारी है वहीं दुनिया में कई ऐसे देश हैं जहां सेम सेक्स मैरिज को मंजूरी दी जा चुकी है.ऑस्ट्रेलिया में साल 2017 में सेम सेक्स मैरिज लीगल होने के बाद लोगों ने संसद भवन के बाहर जश्न मनाया था.
नई दिल्ली: धारा 377 को लेकर सुप्रीम कोर्ट में चल रही बहस आज खत्म हो गई है. सुप्रीम कोर्ट के पांच जजों की संविधान पीठ आज सुबह 11 बजे आपसी सहमति से स्थापित समलैंगिक यौन संबंधों को अपराध की श्रेणी में रखने वाली आईपीसी की धारा 377 की वैधता को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर आज अहम फैसला आएगा. वहीं इस पुरे मसले पर केंद्र सरकार ने ऐफिडेविट पेश कर फैसला पूरी तरह से देश की सबसे बड़ी अदालत के पाले में डाल दिया है. कोर्ट में दायर याचिकाओं में इसे चुनौती दी गयी थी. ज्ञात हो कि भारत में 2009 में पहली बार धारा 377 पर सेक्स वर्करों ने अपनी आवाज उठाई. साथ ही नाज़ फाउंडेशन के इन सेक्स वर्करों ने दिल्ली हाई कोर्ट में याचिका दायर कर कहा था कि यह सिर्फ सेक्स की बात नहीं बल्कि यह हमारी आजादी, भावना, समानता और सम्मान का हनन है.
इसी कड़ी में बता दें कि जहां भारत में सेम सेक्स मैरिज को लेकर सुनवाई जारी है वहीं दुनिया में कई ऐसे देश हैं जहां सेम सेक्स मैरिज को मंजूरी दी जा चुकी है- यह भी पढ़े-सुप्रीम कोर्ट समलैंगिकता को अवैध बताने वाली धारा 377 की वैधता पर आज सुनाएगा फैसला
नीदरलैंड- बता दें कि नीदरलैंड ऐसा देश है जहां साल 2000 में सेम सेक्स मैरिज को कानूनी मंजूरी दे दी गई थी. वर्ष 2001 में वहां विश्व के पहले समलैंगिक जोड़े ने शादी रचाई थी.
बेल्जियम- साल 2003 में बेलजियम में सेम सेक्स मैरिज को मंजूरी मिल गई थी. वहीं साल 2006 में देश में गे और लेस्बियन कपल को बच्चे गोद लेने के लिए भी इजाजत दे दी गई.
कनाडा- साल 2005 में कनाडा में समान लिंग वालों के लिए शादी लीगल कर दी गई थी.
स्पेन- साल 2005 में स्पेन ने अपने यहां मौजूद गे और लेस्बियन को समान लिंग वालों से शादी करने और बच्चे को गोद लेने की इजाजत दे दी थी
दक्षिण अफ्रीका- दक्षिण अफ्रीका में राजनीतिक पार्टियों के विरोध के बावजूद साल 2006 इसपर कानून पास कर दिया गया था.
नार्वे- साल 2008 में देश में समान लिंग वालों की शादी को मंजूरी दे दी गई थी.
स्वीडन- साल 2009 में सेम सेक्स मैरिज को लेकर बिल पास हो गया था.
अर्जेंटीना- लैटिन अमेरिका में अर्जेंटीना पहला देश है जिसने सेम सेक्स मैरिज को लीगल किया. साल 2010 में अर्जेंटीना ने सेम सेक्स मैरिज को मंजूरी दी.
पुर्तगाल- वर्ष 2010 में सेम सेक्स मैरिज लीगल किए जाने के 6 साल बाद पुर्तगाल में गे और लेस्बियन जोड़ों के
आईसलैंड- आईसलैंड में साल 2010 में लोगों के मतदान के आधार पर सेम सेक्स मैरिज को लीगल किया गया.
डेनमार्क- डेनमार्क में साल 2012 में सेम सेक्स मैरिज को मंजूरी दी गई.
उरूग्वे- वर्ष 2013 में इस देश ने सेम सैक्स मैरिज को मंजूरी दी.
ब्राजील- इस देश में सेम सेक्स मैरिज को लीगल किए जाने पर साल 2013 में 3,700 समलैंगिक जोड़ो ने शादी रचाई.
न्यूजीलैंड- साल 2013 में लोगों के मत लेकर सेम सेक्स मैरिज को लीगल कर दिया गया.
इंग्लैंड- साल 2013 में इंग्लैंड में सेम सेक्स मैरिज लीगल होने पर वहां पूर्व उप प्रधानमंत्री निक क्लैग ने कहा था कि तुम कौन हो, किससे प्यार करते हो इससे फर्क नहीं पड़ता, हम सब बराबर हैं.
फ्रांस- साल 2013 में फ्रांस में समान लिंग विवाह को कानूनी मंजूरी दी गई. इस देश में पहली समलैंगिक शादी का समाज के लोगों ने तालियों के साथ स्वागत किया.
लग्जेमबर्ग- साल 2014 में इस देश ने समलैंगिक विवाह को लीगल किया.
लक्जमबर्ग- तीन साल की बहस के बाद इस देश ने सांसदों के मतदान के बल पर स्कॉटलैंड में सेम सेक्स मैरिज को लीगल ठहराया.
अमेरिका- साल 2015 में अमेरिका ने सेम सेक्स मैरिज को मंजूरी दे दी.
आयरलैंड- 2015 में आयरलैंड पापुलर वोट के साथ सेम सेक्स मैरिज को लीगल करने वाला पहला देश बना.
फिनलैंड- साल 2015 में ही 167,000 हस्ताक्षरों के साथ फिनलैंड में इसके लिए मंजूरी दे दी गई.
ग्रीनलैंड- दुनिया के सबसे बड़े आईलैंड ग्रीनलैंड में साल 2015 में सेम सेक्स मैरिज को लीगल कर दिया गया था.
कोलंबिया-2016 में इस देश ने सेम सेक्स मैरिज को लीगल किया था.
माल्टा- कैथलिक चर्च के विरोध के बावजूद माल्टा में साल 2017 में सेम सेक्स मैरिज के मंजूरी दे दी थी.
ऑस्ट्रेलिया- साल 2017 में इस देश में सेम सेक्स मैरिज लीगल होने के बाद लोगों ने संसद भवन के बाहर जश्न मनाया था.