शिवसेना, 30 नवंबर : शिवसेना से विधायक संजय शिरसाट ने शनिवार को आईएएनएस से बात की. इस दौरान उन्होंने महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री के चेहरे और कैबिनेट के बंटवारे में हो रही देरी पर अपनी प्रतिक्रिया दी. महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महायुति भारी बहुमत से चुनाव जीती है. वहीं, एकनाथ शिंदे ने मुख्यमंत्री पद की दावेदारी छोड़ दी है, इसके बावजूद नए सीएम के नाम के ऐलान में देरी हो रही है. इसको लेकर शिवसेना नेता संजय शिरसाट ने कहा, "लोगों को लगता था कि एकनाथ शिंदे को अपने दावेदारी पर अड़े रहना चाहिए, लेकिन उन्होंने खुद ही बताया कि वह इसके दावेदार नहीं है. किसी के रास्ते का स्पीड ब्रेकर नहीं हैं. मुख्यमंत्री के लिए जिसका भी नाम लेना चाहिए वो लें, हम अपना समर्थन देंगे, उन्होंने यह स्पष्टता रखी है."
उन्होंने आगे कहा कि मुझे नहीं लगता कि कोई इतना काम करने के बाद और प्रचंड बहुमत से जीत लाने के बाद अपनी दावेदारी छोड़ सकता है. लेकिन एकनाथ शिंदे ने ऐसा किया है, जो उनका बड़प्पन है. अमित शाह के साथ बैठक हुई और उनपर छोड़ दिया गया कि वह फैसला लें, हमें मंजूर होगा. स्पष्ट बात रखने और बहुमत से जीतने के बाद भी मुख्यमंत्री चेहरे के नाम में काफी समय लग रहा है. इसपर शिवसेना नेता ने कहा, "इन मामलों में समय लगता है. सरकार चलानी है, इसमें किसके पास कौन सा मंत्रालय जाना चाहिए. मेरा मानना है कि इस पर सोमवार तक फैसला हो सकता है." यह भी पढ़ें : बसपा की विरासत बचाने में आकाश आनंद फेल, ‘रावण’ उठा रहे इसका फायदा!
उन्होंने कहा कि एकनाथ शिंदे को पार्टी के बारे में सोचना है, उनका गांव जाना किसी दबाव की रणनीति का हिस्सा नहीं है. उन्होंने सभी विधायकों को स्पष्टता से बोला है कि जिन्होंने आपको मतदान दिया है, उनका आभार व्यक्त करें.
अगर शिवसेना को मुख्यमंत्री नहीं तो गृह मंत्रालय और पीडब्लूडी जैसा अहम विभाग मिले. इसको लेकर शिवसेना अपनी बात कैसे रख रही है. इसको लेकर संजय शिरसाट ने कहा, "इस पर प्राथमिक स्तर पर चर्चा हुई है, लेकिन मुख्यमंत्री के नाम के ऐलान के बाद ही इस पर अंतिम चर्चा होगी. अभी तक किसी के पास कोई भी विभाग नहीं गया है."