एस. जयशंकर की बढ़ाई गई सुरक्षा, बुलेटप्रूफ कार भी मिली, 33 कमांडो का 24 घंटे पहरा! जानें इसके पीछे की वजह

विदेश मंत्री एस. जयशंकर (Foreign Minister S Jaishankar) की सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत कर दिया गया है. सरकारी सूत्रों के मुताबिक, अब उनकी सुरक्षा में एक विशेष बुलेटप्रूफ कार भी शामिल की गई है. इसके साथ ही दिल्ली स्थित उनके आवास के आस-पास सुरक्षा के इंतजाम और सख्त कर दिए गए हैं.

पहले से Z श्रेणी की सुरक्षा

जयशंकर को पहले से ही Z श्रेणी की सुरक्षा प्राप्त है, जो देश की तीसरी सबसे ऊंची सुरक्षा व्यवस्था मानी जाती है. यह सुरक्षा केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के कमांडो द्वारा दी जाती है. इस समय उनकी सुरक्षा में 33 कमांडो की टीम 24 घंटे तैनात रहती है.

क्यों बढ़ाई गई सुरक्षा?

हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम इलाके में हुए आतंकी हमले और इसके बाद चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर के चलते भारत-पाकिस्तान सीमा पर तनाव काफी बढ़ गया है. इसी को ध्यान में रखते हुए उनकी सुरक्षा को और मजबूत किया गया है.

Z श्रेणी सुरक्षा में क्या-क्या होता है?

Z श्रेणी की सुरक्षा में आमतौर पर 22 सुरक्षाकर्मी होते हैं. इनमें 4 से 6 कमांडो नेशनल सिक्योरिटी गार्ड (NSG) या अन्य बलों से होते हैं. इनके साथ स्थानीय पुलिस के जवान और एक बुलेटप्रूफ गाड़ी भी शामिल रहती है. इसके अलावा एस्कॉर्ट वाहन यानी सुरक्षात्मक काफिला भी शामिल होता है.

यह सुरक्षा व्यवस्था उन नेताओं या हस्तियों को दी जाती है जिन पर किसी खास खतरे की आशंका होती है.

पहले भी हुई थी सुरक्षा में बढ़ोतरी

अक्टूबर 2023 में भी एस. जयशंकर की सुरक्षा बढ़ाकर Y से Z श्रेणी की गई थी. यह फैसला खुफिया एजेंसी इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) की ओर से खतरे के आकलन के बाद लिया गया था.

उस वक्त उनके घर पर 12 सशस्त्र गार्ड, 6 पर्सनल सिक्योरिटी ऑफिसर (PSO), 12 एस्कॉर्ट कमांडो (तीन शिफ्टों में), 3 वॉचर और 3 प्रशिक्षित ड्राइवर लगातार तैनात किए गए थे.

देश के विदेश मंत्री होने के नाते एस. जयशंकर की सुरक्षा बेहद अहम है, खासकर तब जब देश की सीमाओं पर तनाव हो और आतंकी घटनाएं बढ़ रही हों. सरकार ने एक बार फिर यह साफ कर दिया है कि किसी भी संभावित खतरे से निपटने के लिए वह पूरी तरह से सतर्क है.