धर्म संसद में RSS प्रमुख मोहन भागवत बोले- सबरीमाला में कोई जाना नहीं चाह रहा इसलिए श्रीलंका से लाकर लोगों को घुसाया जा रहा
सबरीमाला पर आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि कोई जाना नहीं चाह रहा है इसलिए श्रीलंका से लाकर, पीछे के दरवाजे से घुसाया जा रहा है.
राष्ट्रीय स्वयं संघ (RSS) के प्रमुख मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) ने प्रयागराज (Prayagraj) में चल रहे कुंभ (Kumbh) में विश्व हिंदू परिषद (VHP) की धर्म संसद के दौरान सबरीमाला (Sabarimala) मुद्दे पर कहा कि उसकी अपनी परंपरा रहती है. लेकिन देश भर के करोड़ों हिंदुओं की भावनाओं का सम्मान इससे आहत होगा, ये विचार कोर्ट ने किया नहीं. उन्होंने बताया कि कोर्ट ने कहा महिला अगर प्रवेश चाहती है तो करने देना चाहिए. अगर किसी को रोका जाता है तो उसको सुरक्षा देकर जहां से सब दर्शन करते हैं वहां से ले जाना चाहिए. लेकिन कोई जाना नहीं चाह रहा है इसलिए श्रीलंका से लाकर, पीछे के दरवाजे से घुसाया जा रहा है.
गौरतलब है कि वीएचपी की ओर से प्रयागराज कुंभ में गुरुवार से धर्म संसद का आयोजन किया गया है. ये धर्म संसद एक फरवरी तक चलेगी. इस धर्म संसद में देशभर के करीब 5,000 साधु-संत जुट रहे हैं. वीएचपी ने इसके लिए बड़े पैमाने पर तैयारियां की हैं. यह भी पढ़ें- राम मंदिर पर स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती का बड़ा ऐलान- 21 फरवरी को रखेंगे आधारशिला, नहीं होगा कोर्ट के आदेश का उल्लंघन
धर्म संसद से पहले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बीच गुरुवार सुबह मुलाकात हुई. माना जा रहा है कि एक फरवरी को वीएचपी की ओर से आयोजित इस धर्म संसद में राम मंदिर मुद्दे पर प्रस्ताव आ सकता है.