Railway RPF: महाराष्ट्र के धामनगांव और बैतूल में ट्रेन में छुटा सामान लौटाया, आरपीएफ के बैग लौटाने पर यात्रियों के चेहरे पर खिली मुस्कान
यात्रियों का कीमती सामान और बैग कभी कभी जल्दबाजी में ट्रेन में ही छुट जाता है. जिसके कारण उन्हें काफी परेशानी होती है. लेकिन आरपीएफ के ऑपरेशन अमानत के तहत यात्रियों को उनका सामान फ़ोन करके लौटाया गया .
Railway RPF: यात्रियों का कीमती सामान और बैग कभी कभी जल्दबाजी में ट्रेन में ही छुट जाता है. जिसके कारण उन्हें काफी परेशानी होती है. लेकिन आरपीएफ के ऑपरेशन अमानत के तहत यात्रियों को उनका सामान फ़ोन करके लौटाया गया .
दो यात्रियों को सामान लौटाया गया. पहली घटना में मध्य प्रदेश के बैतूल को जानकारी मिली थी गोंडवाना एक्सप्रेस में एक यात्री का बैग कोच A/2 में बर्थ नंबर 20, 21 पर छुट गया है. इस बैग में एक लैपटॉप और कुछ सामान था. प्रधान आरक्षक पूरन सिंह सल्लाम ने यह जानकारी दी. ये भी पढ़े:Nagpur Railway Station: मध्य रेल नागपुर मंडल का सराहनीय कदम! बीमार यात्रियों की सहायता के लिए मिशन ‘संजीवनी’ की शुरुवात की
इस ट्रेन के समय 16:40 बजे घोड़ाडोंगरी स्टेशन पर पहुंचने पर प्रधान आरक्षक आर.के. शर्मा ने तत्परता से बैग को ट्रेन से उतार कर आरपीएफ बाहरी चौकी घोडाडोंगरी में सुरक्षित लाया और यात्री रामेश्वर लोनारे को उनके मोबाइल पर सूचना दी. इस के बाद दुर्ग में रहनेवाले यात्री रामेश्वर को उनकी बैग सौंपी गई.
यात्री ने बताया कि वह ट्रेन में दुर्ग से बैतूल यात्रा कर रहे थे और स्टेशन पर उतरने के दौरान उनका बैग ट्रेन में छूट गया था. इसके बाद लोनारे घोडाडोंगरी और अपने बैग की तालाशी ली. बैग में लैपटॉप और 42 हजार रूपए का सामान सुरक्षित देखकर उनके चेहरे पर मुस्कान खिल गई.
दूसरी घटना में महाराष्ट्र के धामनगांव रेलवे स्टेशन पर ड्यूटी पर तैनात आरपीएफ कांस्टेबल संजय खंडारे को प्लेटफार्म नंबर 1 के लेडीज वेटिंग हॉल के पास एक संदिग्ध बैग दिखा. जब इस बैग की तलाशी ली गई तो इसमें 7,500 रुपए का सामान मिला, जिसमें 3,300 नकद, एक रिस्ट वॉच, इयररिंग, सौंदर्य प्रसाधन और आधार कार्ड, एटीएम कार्ड जैसे महत्वपूर्ण दस्तावेज थे.
इस बैग में एक पुरानी कॉलेज की रसीद भी मिली. जिसपर यात्री का मोबाइल नंबर था. यात्री से संपर्क किया गया. श्रावणी महाले नाम की युवती ने बताया की जल्दबाजी में वो बैग धामनगांव रेलवे स्टेशन पर भूल गई थी. इसके बाद युवती के भाई को बैग लेने के लिए बुलाया गया और उसे बैग सौंपी गई. इस काम के लिए दोनों यात्रियों ने आरपीएफ के इस काम की सराहना की.