नई दिल्ली: अदालत में विचाराधीन मामले पर बात करने से इनकार करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के साले रॉबर्ट वाड्रा (Robert Vadra) ने बुधवार को जोर देकर कहा कि वह डरे हुए नहीं हैं और देश छोड़कर भाग नहीं रहे हैं क्योंकि वह जानते हैं कि वह गलत नहीं हैं. अपने साथ जुड़े लोगों पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) की छापेमारी के बारे में मीडिया से वाड्रा ने कहा कि वह 'सभी दबावों को झेलेंगे.' उन्होंने कहा, "यह कुछ नया नहीं है. यह सात-आठ साल से चल रहा है. लेकिन, पिछले पांच सालों में इस मुद्दे को तेज कर दिया गया है.
ईडी के सभी नोटिस का हमने सही तरीके से जवाब दिया. मैं यहां देश में हूं, भाग नहीं रहा हूं. जब भी हमसे सवाल पूछे गए, मैंने और मेरी टीम ने सही जवाब दिया. जब मैंने कुछ भी गलत नहीं किया है, तो मुझे डरना क्यों चाहिए?" उन्होंने यह भी कहा कि वह उन सवालों के जवाब देंगे जो कानूनी तरीके से पूछे जाते हैं और कहा कि "मुझे विचाराधीन मामले पर क्यों बात करनी चाहिए?" वाड्रा ने कहा, "हम कानून से ऊपर नहीं हैं, हम कानून का पालन करने वालों में से हैं. मैं एक भारतीय नागरिक हूं और मैं कहीं भी भाग नहीं रहा हूं."
मामले की जांच 'निष्पक्ष' तरीके से कराने की मांग करते हुए उन्होंने कहा कि "मेरे खिलाफ लगे आरोप पूरी तरह से झूठे और राजनीतिक रूप से प्रेरित हैं. मैं अपने नाम का इस्तेमाल राजनीतिक ब्लैकमेल के लिए नहीं करने दूंगा और हमेशा यह सुनिश्चित करूंगा कि हम हमेशा सहयोग करें." ईडी ने सात दिसंबर को कुछ रक्षा सौदों के संबंध में दिल्ली (Delhi), राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र और बेंगलुरू (Bengaluru) में वाड्रा से जुड़े लोगों के परिसरों की तलाशी ली थी.
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इस संबंध में एक कांग्रेस कार्यकर्ता और वाड्रा के दो कर्मचारियों सहित चार लोगों से पूछताछ की गई. छापेमारी को लेकर कांग्रेस (Congress) ने नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर रहे हैं.