इलाहाबाद हाई कोर्ट ने तलाक के एक मामले की सुनवाई के दौरान पति-पत्नी के बीच विवादों के कई कारण बताए. हाई कोर्ट ने लव मैरिज पर भी टिप्पणी की. अदालत ने कहा कि लव मैरिज वाले रिश्ते 'आसानी से' कपल के बीच वैवाहिक विवादों का कारण बन रहे हैं. लव मैरिज पर ये टिप्पणी गुरुवार, 29 फरवरी को जस्टिस विवेक कुमार बिड़ला और जस्टिस डोनाडी रमेश की डिविजन बेंच ने की.
हाई कोर्ट ने हिंदू मैरिज एक्ट के तहत तलाक के आधार में संशोधन करने की जरूरत पर भी जोर दिया. कोर्ट ने कहा कि नए दौर के हालातों को देखते हुए तलाक को मंजूरी दिए जाने के आधार में भी बदलाव किया जाना चाहिए.
Love marriages leading to marital disputes; irretrievable breakdown of marriage must be made ground for divorce: Allahabad High Court
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— Bar & Bench (@barandbench) March 1, 2024
अदालत ने 'शिक्षा, वित्तीय स्वतंत्रता, जाति बाधाओं को तोड़ना, आधुनिकीकरण, पश्चिमी संस्कृति के प्रभाव' का जिक्र किया. कोर्ट ने कहा कि समाज अधिक से अधिक खुला और व्यक्तिवादी होता जा रहा है, जिससे इमोशनल सपोर्ट की जरूरत में भी कमी आती जा रही है.
कोर्ट ने कहा- “चाहे लव मैरिज हो या अरेंज मैरिज, ऐसे सभी कारक दो लोगों के बीच रिश्ते को प्रभावित करते हैं. हालांकि, ये कहने की जरूरत नहीं है कि हर क्रिया की समान प्रतिक्रिया होती है. लव मैरिज की तरह आसानी से होने वाली शादियां भी आसानी से वैवाहिक विवाद का कारण बन रही हैं. इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि इसके लिए कौन जिम्मेदार है.”