Red Bulletin Issued By CWC: मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में मंडरा रहा है भारी बाढ़ का खतरा, केंद्रीय जल आयोग ने जारी किया रेड बुलेटिन
देश के कई इलाकों में तेज बारिश के कारण नदियां अपने उफान पर हैं. जहां बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. कई राज्यों में नदियों का पानी गांव में भर गया है. जिसके कारण लोगों की मुसीबतें बढ़ती जा रही है. वहीं, इसके आसार कम होते नजर नहीं आ रहे हैं. दरअसल केंद्रीय जल आयोग (Central Water Commission) मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ स्टेशनों के लिए ने शनिवार को रेड बुलेटिन (Red Bulletin) जारी कर बाढ़ को लेकर चेतावनी दी है. केंद्रीय जल आयोग द्वारा दी गई चेतावनी के मुताबिक मध्य प्रदेश में शक्कर नदी अपने उफान पर है. वहीं एमपी में ही वैनगंगा नदी का पानी बढ़ता जा रहा है. वहीं छतीसगढ़ के लिए खारून नदी अपने खतरे के निशान से उपर बह रही है. जबकि छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के सूरजगढ़ में महानदी नदी भी उफान पर है.
देश के कई इलाकों में तेज बारिश के कारण नदियां अपने उफान पर हैं. जहां बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. कई राज्यों में नदियों का पानी गांव में भर गया है. जिसके कारण लोगों की मुसीबतें बढ़ती जा रही है. वहीं, इसके आसार कम होते नजर नहीं आ रहे हैं. दरअसल केंद्रीय जल आयोग (Central Water Commission) मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ स्टेशनों के लिए ने शनिवार को रेड बुलेटिन (Red Bulletin) जारी कर बाढ़ को लेकर चेतावनी दी है. केंद्रीय जल आयोग द्वारा दी गई चेतावनी के मुताबिक मध्य प्रदेश में शक्कर नदी अपने उफान पर है. वहीं एमपी में ही वैनगंगा नदी का पानी बढ़ता जा रहा है. वहीं छतीसगढ़ के लिए खारून नदी अपने खतरे के निशान से उपर बह रही है. जबकि छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के सूरजगढ़ में महानदी नदी भी उफान पर है.
बता दें कि मध्य प्रदेश को लेकर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि नर्मदा और उसकी सहायक नदियां इस समय उफान पर हैं, बांधों से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है इसलिए भी जलस्तर बढ़ा है. होशंगाबाद में नर्मदा नदी 10 बजे तक ही उच्चतम स्तर को पार कर चुकी है. अभी 48 घंटे भारी बारिश की संभावना है. किसी भी हालात से निपटने के लिए SDRF की टीमें सक्रिय हैं, जहां जरूरत है वहां NDRF की टीमें भेज रहे हैं. सेना को हमने सतर्क किया है. किसी भी प्रकार की सहायता या आपात स्थिति में सूचना देने के लिए 100 और 1079 नंबर पर संपर्क करें.
ANI का ट्वीट:-
गौरतलब हो कि भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने अगले चार दिनों में मध्य एवं उत्तर भारत में भारी से बहुत भारी बारिश होने का अनुमान जताया है. वहीं, बिहार में गंगा नदी के कई स्थानों पर खतरे के निशान से ऊपर बहने के कारण राज्य में 83.62 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं. हालांकि, उत्तर प्रदेश में बाढ़ की स्थिति में बृहस्पतिवार को कुछ सुधार देखने को मिला. प्रदेश के बाढ़ प्रभावित जिलों की संख्या 19 से घटकर 17 रह गई है.