रामपुर टांडा क्षेत्र के मंझारा गाँव में एक मरीज को हकिम द्वारा कथित रूप से एक गलत इंजेक्शन लगाने के कारण उसकी मौत हो गई. कोई भी कार्रवाई न किये जाने के बाद पीड़ित परिवार के सदस्यों ने पुलिस स्टेशन के बाहर विरोध प्रदर्शन किया. इस मामले पर रामपुर के डीएम आंजनेय के सिंह ने कहा, "मैंने इस मामले में सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं."सरकारी डॉक्टरों की कमी के कारण छोटे जिलों और गांव में नीम हकीमों का कारोबार फल-फूल रहा है. हर गांव और कस्बे में ये फर्जी डॉक्टर मरीजों की जिंदगी से खिलवाड़ कर रहे हैं. यह भी पढ़ें: राजस्थान: 12वीं पास व्यक्ति डॉक्टर बन 9 साल से चला रहा था प्राइवेट क्लिनिक, पकड़े जाने पर बोला- ट्रेन में पड़ी मिली थी डिग्री
ऐसे कई मामले पहले भी सामने आ चुके हैं. कोविड-19 महामारी के कारण फर्जी डॉक्टर्स और हकीमों ने इलाज को व्यापार बना दिया है. कोरोना के नाम पर फर्जी दवाई और इम्युनिटी बूस्टर दवाइयां बेच रहे हैं.
देखें ट्वीट:
Rampur: A patient dies in Manjara village of Tanda area after allegedly being given a wrong injection by a quack. Victim's family members protest outside police station citing inaction.
"I've given instructions for strict action in this case," says Aunjaneya K Singh, DM, Rampur pic.twitter.com/L7aAoM2h7a
— ANI UP (@ANINewsUP) November 5, 2020
बता दें कि कुछ दिनों पहले ऐसा ही एक मामला सामने आया था. एक ग्यारहवीं पास शख्स डॉक्टर बनकर लोगों का इलाज कर रहा था. इस झोलाछाप डॉक्टर द्वारा एक महिला को गलत इंजेक्शन लगाए जाने के बाद उसकी मौत हो गई. महिला की मौत के ढाई महीने बाद पुलिस ने उसके खिलाफ मामला दर्ज किया. इस दौरान फर्जी डॉक्टर अपना क्लिनिक बंद कर भाग गया.