चेन्नई: पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी (Rajiv Gandhi) की हत्या के मामले में सात दोषियों में से एक दोषी नलिनी श्रीहरन (Nalini Sriharan) ने मंगलवार को मुख्यमंत्री जन राहत कोष (CMPRF) में 5,000 रुपये का डोनेशन दिया है. नलिनी वर्तमान में तमिलनाडु (Tamil Nadu) की वेल्लोर महिला जेल (Vellore Women Prison) में आजीवन कारावास की सजा काट रही है. SUTRA Model ने चेताया- तमिलनाडु, पंजाब और असम में अगले 2 हफ्तों में कोरोना के मामले चरम पर पहुंच सकते हैं
11 मई को राज्य के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन (MK Stalin) ने फंड की शुरुआत की और लोगों से दान करने की अपील की थी. सीएमपीआरएफ का उपयोग राज्य में कोविड -19 नियंत्रण के लिए किया जाएगा. मंगलवार को जारी एक सरकारी बयान के अनुसार, सीएमपीआरएफ में पहले ही एक हफ्ते में 69 करोड़ रुपये जमा हुए.
नलिनी श्रीहरन के वकील पुगाझेंधी पांडियन (Pugazhendhi Pandian) ने कहा कि उन्होंने यह रकम कैदियों के नकद संपत्ति खाता से दी है, जिसे उन्होंने जेल में सिलाई का काम करने कमाया था. उन्होंने सोमवार को पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखकर दान करने की इच्छा जताई थी. हालांकि इस दान का कोई कारण नहीं बताया है.
राजीव गांधी की हत्या में सात लोगों- ए.जी. पेरारिवलन, वी. श्रीहरन उर्फ मुरुगन, टी. सुतेन्द्रराजा, जयकुमार, रॉबर्ट पायस, रविचंद्रन और वी. श्रीहरन की पत्नी नलिनी श्रीहरन को दोषी ठहराया गया था. सभी अपराधी 1991 के बाद से जेल में हैं. 1991 में लिट्टे की एक आत्मघाती महिला हमलावर ने चेन्नई में एक चुनावी रैली में खुद को उड़ा लिया, जिसमें राजीव गांधी की मौके पर ही मृत्यु हो गई.
बीते साल तमिलनाडु सरकार ने सभी दोषियों की रिहाई के लिए एक प्रस्ताव पारित किया है, लेकिन राज्यपाल ने इस मामले पर अभी तक निर्णय नहीं लिया है.